बिहार राजनीति : मोदी रैली के पहले ही दो कद्दावर नेताओं ने छोड़ी पार्टी,कांग्रेस में हुए शामिल

Editor
Wed, May 28, 2025
बिहार पटना - राजनीति में न तो सिद्धांत और न ही धर्म चलता है,चलता है तो सिर्फ सत्ता और लाभ का जुगाड़। जी हां,बिहार में नीतीश कुमार को अक्सर लोग राजनीति का पलटू चाचा कहते हैं। लेकिन उन्ही के पार्टी में दो पलटू राम और निकले और जदयू पार्टी से कांग्रेस पार्टी में पलटी मार दी। यह हुआ बिहार में मोदी जी के रैली के ठीक पहले।
ये दोनों नेता जदयू के बड़े कद्दावर नेता कहलाते हैं। दोनों की पार्टी में और जनता में भी पकड़ अच्छी खासी मानी जाती है। दोनों ने नीतीश बाबू से नाराज होकर जदयू छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
बिहार के सकरा विधानसभा से पूर्व विधायक रहे सुरेस चंचल और हाजी परवेज ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली है। दोनों की कांग्रेस पार्टी के बिहार अध्यक्ष राजेश कुमार ने सदस्यता दिलाई। कांग्रेस के मिलन समारोह में पूर्व विधायक सुरेश चंचल ने राहुल गांधी से प्रभावित होना बताया और कहा कि हमने उनकी विचारधारा से सहमत और खुश होकर,प्रभावित होकर कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।
तो वहीं कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद जदयू से आये नेता हाजी परवेज ने नीतीश कुमार पर आरोप मढ़ते हुए कहा की नीतीश बिहार के लिए नहीं बल्कि भाजपा के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को कुछ लोगों ने हाईजैक कर लिया है। उन्होंने आगे कहा कि आज नीतीश और भाजपा दोनों का सिद्धांत और कार्य शैली एक जैसा है। नीतीश जदयू के सिद्धांत पर कार्य न करके भाजपा के सिद्धांत पर कार्य कर रहे हैं।
आगे दोनों नेताओं ने एनडीए सरकार पर दोष मढ़ते हुए कहा कि नीतीश इशारों पर चलने वाले नेता हो गए हैं। वक्फ बोर्ड पर मोदी सरकार के फैसले के साथ नीतीश का आना एक दबाब के चलते हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में लोग राहुल की सादगी और स्पष्टता को पसंद कर रहे हैं,नीतीश की पलटू मार राजनीति और भाजपा के साथ सांठगांठ को नहीं। जदयू की नीति को नीतीश कुमार ने मिलावट के साथ बिहार की जनता के सामने परोस रहे हैं जो कि यहां पसंद नही की जाएगी।
हालांकि,बिहार में चुनाव है,चुनाव में दल बदल एक आम बात है।आरोप प्रत्यारोप तो राजनीति का एक अहम अंग बन चुका है। फिर भी कांग्रेस में नेताओं का जुड़ना इस समय बिहार की राजनीति में चर्चा का विषय है।
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