
नहीं थमेंगे पहिए... : टोल नियम में बदलाव से होगा यात्रियों को फायदा
Mon, May 26, 2025
खास बिंदु.
1.3000 रुपये में कहीं भी करें यात्रा
2.साल भर के लिए होगा मान्य
3.एक बार 3000 देकर पूरे देश में बिना दूरी की कर सकेंगे यात्रा
नई दिल्ली (एजेंसी)
- अगर आप गाड़ी चलाते हैं और हाइवे पर रन करते हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। सरकार ने टोल वसूली प्रणाली में बदलाव करने जा रही है। यह बदलाव गाड़ी मालिकों के लिए लाभप्रद होगी। साल भर देश में कहीं भी यात्रा करेंगे तो सीमा का बंधन नही होगा। साल में एक बार 3000 रुपये का टोल पे करके देश भर के किसी भी नेशनल हाइवे,एक्सप्रेस वे और राज्य एक्सप्रेस वे पर बिना रुके यात्रा कर सकते हैं।
यह नियम केंद्र सरकार जनहित में बनाने का निर्णय करने वाली है। इससे मोटर वाहनों के मालिकों को निजात मिलेगी।इसका मतलब यह है कि बार बार टोल का भुगतान नही करना पड़ेगा।यह नई फास्टैग नीति सरकार ने विचार में लाया है,अभी जब यह नीति लागू हो जाएगी तो इससे करोड़ों वाहन मालिकों व यात्रियों को लाभ मिलेगा।
सरकार को होगा फायदा-
नई फ़ास्ट टैग नीति से सरकार को फायदा होगा टोल चोरी रुकेगी। यह बदलाव डिजिटल डाटा के आधार पर होगा और टोल राजस्व की भरपाई को आसान व पारदर्शी बनाने के लिए।
पुराने फास्टैग से ही हो जाएगा काम-
इस बदलती व्यवस्था को लेकर फास्टैग लगी गाड़ी मालिकों को घबराने की जरूरत नही है। जो लोग पहले से फास्टैग लगाकर टोल चुकता कर रहे हैं वे उसी एकाउंट से रिचार्ज कर सकेंगे नया लगवाने की जरूरत नही पड़ेगी। आप पुराने फास्टैग एकाउंट से ही नई नीति का फायदा उठा सकते हैं मान्य रहेगा। सरकार ने वह नीति वापस ले लिया है जिसमें तीस हजार रुपये देकर 15 साल के लिए लाइफ टाइम फास्टैग लेने की बात की गई थी।
जैसा ट्रैवेल वैसा ही पेमेंट -
नई फास्टटैग नीति में दो तरह के पेमेंट ऑप्शन सुझाए गए हैं। एक तो सालाना पास का और दूसरा दूरी के हिसाब से भुगतान का।
व्यक्ति 3000 रुपये एक बार देकर साल भर पूरे देश में जा सकता है अलग से किसी टोल में पैसा नही देना होगा।
दूसरा यह भी विकल्प खुला है कि यदि आपकी यात्रा कम होती है यानी आप कम घूमते फिरते हैं तो कम दूरी के अनुसार टैरिफ ले सकते हैं। इसमें हर 100 किमी की दूरी के लिए 50 रुपए चुकाने पड़ेंगे।
फिलहाल अभी नई नीति का प्रस्ताव रखा गया है,निर्धारण नही हुआ है। हालांकि यह नया नियम देश के करोड़ों वाहन चालकों/मालिकों के लिए फायदेमंद हो सकेगा,इससे काफी हद तक राहत भी मिलेगी। जनहित में सरकार का यह बड़ा कदम हो सकता है। जब भी यह नियम लागू होगा सराहनीय रहेगा।

: कैश से ऐश- गरीब क्यों नही कर सकते
Wed, Mar 12, 2025
छत्तीसगढ़ - ललचाई आंखों से सपने देखना न्यायसंगत नही हो पाता। जो भोजन को तरस रहे हों उनकी डबडबाई आंखों से सपने बह जाया करते हैं। यह हालत है छत्तीसगढ़ के सुदूरवर्ती गांवों का। आलम यह है कि शहरों में अमीरजादों के गाड़ियों में नोटों की गड्डियां ठूस ठूस कर भरी पड़ी हैं और गरीब हैं कि उन्हें दो वक्त की रोटी नसीब नही हो रही है। जो गरीब हैं जो दलित आदिवासी समाज है उन्हें अमीरों के छीने हुए धन क्यों नही दे दिए जाते। लगातार राज्य में प्रवर्तन निदेशालय की टीम छापेमारी करती है जो पैसा पकड़ा जाता है यदि वह गरीब बच्चों के पोषण व शिक्षा में लगा दिया जाय तो शायद बेहद गरीब बस्तियों की सूरत बदली जा सकती है। छत्तीसगढ़ में गरीबी भी खूब है और अमीरजादों के पास पैसा भी।
बस्तर की हालत देखें तो आज भी बहुतायत में आदिवासी बस्तियां खस्ताहाल जीवन व्यतीत कर रहे हैं। जबकि इस वक्त आदिवासी समुदाय के मुख्यमंत्री भी हैं। बच्चों की हालत आज भी लगभग वही है जो दशकों पहले हुआ करती थी। जंगलों वनों आच्छादत बस्तर प्राकृतिक रूप से सौदर्यशाली तो है लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर है क्योंकि वहां के भोलेभाले आदिवासी आज भी महुआ,ताड़ी और परंपरागत भोजन से ही पेट भर रहे हैं। उनके सपनों की पूर्ति नही होती ,कारण है गरीबी और संसाधनों की कमी।
छत्तीसगढ़ में एक ओर राजनेताओं की तिजोरियां पैसों से भरकर टूट रही हैं तो वहीं दूसरी ओर राज्य में गरीबी की दर भी बढ़ती जा रही है। जिसकी सत्ता इनके वोटों से बनती है वही ललचाई आंखों से सत्तासीनों की ओर निहारते हैं कि नेता मंत्री जी इनके सपनो को पंख देंगे ये उड़ान भरेंगे। लेकिन हर बार उनका सपना चकनाचूर हो जाता है। चुनाव में किया गया वादा झूठा हो जाता है। हालत जस की तस बनी हुई है। पूर्ववर्ती सरकार किसानों गरीबों की सरकार अपने आपको कहती रही लेकिन गरीब लुटता रहा भूख से बिलखता रहा।
बस्तर के कोदुराम की माने तो उनका कहना है कि हम लोग कभी कभी भोजन को तरस जाते हैं। हमारे बच्चे स्कूल नही जा पाते। सरकारी स्कुलें तो हैं लेकिन हालत बुरा है। कहने को तो राशन फ्री में मिलना है लेकिन कोटेदार उसमें भी कटौती करता है। यदि कोई बीमार पड़ जाए तो बिना दवाई दम तोड़ देता है साहब,बहुत बुरा हाल है।
दूसरी पहलू पर नजर डालें तो पाते हैं कि आये दिन सीबीआई,इनकमटैक्स और ईडी के छापे पड़ते हैं बेहिसाब दौलत पकड़ी जाती है,जब्त की जाती है लेकिन वह पैसा किधर जाता है यह पता नही है। अभी हाल ही में गाड़ी में करोड़ से अधिक रुपया पकड़ा गया,किसका है कहाँ से आया यह बताने में कोताही की जा रही है।एसपी अमन झा ने पीटीआई को बताया कि आज एक सफर रंद की इनोवा जांच के लिए रोकी गई। उसको जब चेक कर रहे थे तो पता चला कि उसमें कैश है। गाड़ी को जब थाने लगाया गया तो उसमें भारी मात्रा में कैश मिला। 500, 200 और 100 की गड्डियां थीं। अभी देखा जाएगा कि नकदी को वैध रूप से ले जाया जा रहा था या अवैद रूप से। पुलिस ने पूरे मामले की तहकीकात शुरू कर दी है।भारी मात्रा में नकदी की बरामदगी ऐसे समय पर हुई है जब हाल ही में ईडी ने छत्तीसगढ़ में कई हाई प्रोफाइल लोगों के खिलाफ छापेमारी की है। सफेद रंग की इनोवा में कैश मिलने की खूब चर्चा हो रही है।
अमीरजादों से जब्त पैसों से सुधर सकती है हालत-
यदि यही रुपया किसी गरीब बस्ती में लगा दिया जाय तो सूरत बदल सकती है। तंगहाली में झोपड़ी में रहने वाले असहायों को मकान की छत मिल सकती है उन्हें अच्छा भोजन मिल सकता है। गरीब बच्चों की शिक्षा बदल सकती है। लेकिन पकड़ा गया पैसा कहाँ जाता है इसका कोई हिसाब नही है। सरकार को इस विषय पर गांभीरता से विचार करना चाहिए। गरीब बस्तियों के हालात सुधर सकती है।
: 115 नई बसों को हरी झंडी दिखा होली पर लोगों को दी राहत,नई सौगात के साथ मिलेगी अब बेहतर परिवहन सुविधा,
Sun, Mar 5, 2023
प्रदेश वासियों को योगी ने दिया परिवहन सुविधा का उपहार,75 जिलों के लिए 115 बसों को दिखाया हरी झंडी,जुड़ेंगे एक लाख गांव-
लखनऊ
- परिवहन निगम के 50 वर्ष पूर्ण होने पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक लाख गांवों को परिवहन से जोड़ने का एलान किया और 115 बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.शनिवार को मुख्यमंत्री ने लखनऊ अपने सरकारी आवास से उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के 50 वें स्वर्णिम वर्ष पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे थे.इस मौके पर योगी ने ऑनलाइन रिजर्वेशन व यात्री फीडबैक मोबाइल ऐप'यूपी राही' भी लांच किया.
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर परिवहन की सराहना करते हुए कहा कि कुंभ व कोरोना में परिवहन विभाग ने अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन किया है.उन्होंने कहा कि अमृतकाल व अमृतमहोत्सव का यह पहला वर्ष है,इस पहले वर्ष में यूपी परिवहन निगम अपनी स्वर्णिम यात्रा को संजोए हुए नई शानदार यात्रा के लिए कार्य कर रहा है.उन्होंने कहा कि होली का अवसर है लोग शहरों से अपने गाँव आने जाने का लुफ्त नई बस सेवा में उठा सकेंगे.यह सुविधा 25 करोड़ जनता के सुगम व आसान यात्रा के लिए है जो कि 50 वर्षों से जिस यात्रा को प्रारंभ किया गया,वह अपने साथ होली के पूर्व कुछ नई उपलब्धियों को जोड़ने जा रहा है.
राज्य में होंगी एक हजार नई बसें,सीएम ने दिए 400 करोड़-
सीएम योगी ने परिवहन विभाग को नई ऊर्जा प्रदान करए हुए विभाग को नई बसों के लिए 400 करोड़ रुपये दिए हैं.साथ ही बस अड्डों को नए लुक में एअरपोर्ट की तरह विकसित करने हेतु 100 करोड़ रुपये अतिरक्त भी दिया गया है.मुख्यमंत्री ने कहा कि अक्सर त्योहारों पर परिवहन यातायात सड़कों व स्टेशनों पर काफी भीड़ भाड़ होती है जिससे यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता था,लेकिन अब सुगम यात्रा हो सकेगी और सभी को राहत मिलेगी.इससे लोग सुगमता से त्योहार मनाने अपने घर पहुंच सकेंगे.कार्यक्रम के दौरान परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने पुष्पगुच्छ भेंट कर सीएम योगी का स्वागत किया.योगी ने परिवहन विभाग की तारीफ करते हुए मंत्री दयाशंकर सिंह सराहना की इस सराहना से परिवहन मंत्री गदगद नजर आये.मुख्यमंत्री ने कहा कि नई बस संचालन सेवा से गाँव के लाखों युवकों को भी रोजगार मिलेगा तथा सभी गांव बस सेवा से जुड़ जाएंगे.
यह है खास एक नजर में-
बसों से जुड़ेंगे एक लाख गाँव
75 जिलों के लिए लखनऊ से राजधानी बस सेवा शुरू
115 बसों को सीएम ने दिखाया हरी झंडी
एक हजार नई बसों के लिए दिए गए 400 करोड़
100 करोड़ से उन्नत व विकसित होंगे बस अड्डे.