
: आस्था संस्कृति और हमारी विरासत है शिवनाथ .
Wed, Jun 15, 2022
दुर्ग भिलाई- समन्वय सहयोग और संवाद को आधार मानकर नदी संरक्षण के लक्ष्य को पूरा करने दुर्ग शिवनाथ बचाओ अभियान की गतिशीलता बनी हुई है। शिवनाथ नदी दुर्ग जिले की जीवनधारा है।
इसी जीवनधारा को सहेजने प्रतिमाह की पूर्णिमा को शिवनाथ नदी की आरती की जाती है। लोगों को नदी के प्रति आस्था से जोड़ने का यह एक प्रयास है जो शिवनाथ बचाओ अभियान के तहत एक संस्था कर रही है। जनसुनवाई फाउंडेशन नामक सामाजिक संस्था ने शिवनाथ सेवा मंडल का गठन कर इस अभियान को सफल बनाने के लिए दुर्ग भिलाई के लोगों को नदी संरक्षण के प्रति जिम्मेदारी समझने व निभाने के लिए जोड़ने का कार्य कर रही है।
ज्येष्ठ पूर्णिमा पर हुई श्रेष्ठ शिवनाथ आरती -
दुर्ग महमरा एनीकट तट पर मंगलवार को ज्येष्ठ पूर्णिमा के उपलक्ष्य में नदी की आरती की गई। जिसमें कुछ श्रेष्ठजनों ने अपनी आस्था का दीप जलाकर शिवनाथ की आरती की। नदी को प्रदूषण मुक्त करने का संकल्पित लौ प्रज्वलित करते हुए भाजपा के जिला महामंत्री शंकरलाल देवांगन ने अपने जन्मदिन के मौके पर नदी की प्रथम आरती की एवं पूजापाठ कर नदी तट पर पौधरोपण करने का संकल्प लिया।
श्री कृष्ण भगवान का बाल चित्र देकर लोगों ने जन्मदिन की बधाई देवांगन जी को दिया। शिवनाथ आरती का अनवरत प्रबन्ध करने वाले वरिष्ठ समाजिक चिंतक शिक्षाविद व मंडल के संरक्षक बृजमोहन उपाध्याय ने उक्त अवसर को यादगार बनाते हुए सपत्नीक आरती पूजन कर नदी की आरती उतारी। इस मौके पर बृजमोहन उपाध्याय ने कहा कि नदियां हमारी आस्था हैं। नदी को संपूर्णता में देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जैसे हमारे शरीर मे रक्त प्रवाह होता है वैसे ही नदी के शरीर मे जल-प्रवाह,लेकिन जैसे हम रक्त प्रवाह को पूरा शरीर नही मान लेते वैसे ही हमे जल प्रवाह को नदी नही मान लेना चाहिए। हमे शिवनाथ नदी के स्वभाव ,प्रकृति,जीवन प्रक्रिया उसके वैशिष्ट को गहराई से समझना होगा और नदी के रखरखाव,साफ सफाई,नदी किनारे वृक्षारोपण के कार्यक्रम को अनवरत करना चाहिए। आरती के पश्चात खीर का प्रसाद वितरण किया गया। इस दौरान प्रमुखरूप से शंकरलाल देवांगन, अनिता उपाध्याय, दिनेश मिश्र सपत्नीक, बृजमोहन उपाध्याय, शिवाजी सिंह,संजय मिश्रा, सरोज देवी,अर्पण भुवाल, विनीत साहू, सरला चंद्राकर,मीणा साहू,विक्रम सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
शिवनाथ का प्रदूषण जनमानस को पड़ेगा भारी
शिवनाथ नदी के तट पर बसा दुर्ग और सटा हुआ भिलाई शहर इसी नदी की बदौलत फल फूल रहा है। इसी शिवनाथ का जल पीकर लोग जीवित हैं लेकिन अब बाजारीकरण व आधुनिकता की चौड़ाई में नदी के प्रति आस्था व जिम्मेदारी सिकुड़ती जा रही है। शहर का नाला व कचरा नदी की गोद मे समा रहा है। जिससे नदी की अस्मिता व जैविक तंत्र पर बुरा असर पड़ रहा है। लोग नदी में ही अपनी आस्था का अवशेष व घर का कचरा दोनों डाल रहे हैं। औद्योगिकीकरण ने तो नदी के पाटों को पाट कर सीमित करने का लक्ष्य बना लिया है। प्रशासन मौन स्वीकृति के साथ तमाशबीन बना हुआ अपनी लाचारी का रोना रोते हुए जिम्मेदारी से मुक्ति पाने की ही फिराक में रहता है। निगम ने शिवनाथ नदी तट पर कचरा फेकने पर जुर्माना लगाए जाने की बात लिखा कर अपना फर्ज पूरा होना समझ लिया है। लोगों में कोई नैतिकता लगता है बची ही नही है।धुआंधार गन्दगी नदी में ही डाली जा रही है। बढ़ता प्रदूषण ही चिंता का कारण है। नदी को इससे बचाना होगा। अन्यथा
बगैर शिवनाथ जीवन बचाना मुश्किल हो जाएगा,जब जल व जल की श्रोत नदी ही नही प्रवाहमान रहेगी तो जीवन कहाँ से गतिमान रहेगा। इसलिए जनमानस को अब चेतना होगा। शिवनाथ बचाओ अभियान के संयोजक संजय मिश्र ने सभी लोगों का अभिनंदन करते हुए अधिक से अधिक संख्या में लोगों को शिवनाथ बचाओ अभियान में जुड़ने की अपील की है। ताकि अपनी सदानीरा जीवनदायिनी को बचाया जा सके।
जनजागरूकता से ही बदलाव संभव -
हालांकि शिवनाथ की इस दुर्दशा को देखकर शहर के कुछ लोग आगे आकर लोगों में जागरूकता लाने का प्रयास कर रहे हैं। शिवनाथ सेवा मंडल का गठन कर स्वयंसेवी संस्था जनसुनवाई फाउंडेशन ने शिवनाथ बचाओ आंदोलन की शुरुवात दो वर्ष पहले से ही कर दी है। विभिन्न आयामो व कार्यक्रमो के साथ इस अभियान को गति दी जा रही है। शिवनाथ महोत्सव की शुरुवात भी शिवनाथ सेवा मंडल ने की और भारत के जल पुरुष डॉ राजेन्द्र सिंह को भी शिवनाथ तट पर लाकर जल सम्मेलन कराया। लोगों को आस्था से जोड़ने हर माह की पूर्णिमा को सायंकाल मे शिवनाथ नदी की शिवगंगा आरती भी दुर्ग तट पर की जाने लगी जिससे लोग जुड़ते गए । विभिन्न आयोजनों के माध्यम से शिवनाथ बचाओ अभियान तेजी से चर्चा में आ गया जनप्रतिनिधियों व शासन को पत्र लिखकर जिम्मेदार संस्था ने अपनी जिम्मेदारी भी निभाई लेकिन वादें हैं वादों का क्या। शासन प्रशासन वादा एवं आस्वासन को चने मुर्रे की भांति रोज खाता और डकारता है। अब जो कुछ हो सकता है वो सिर्फ जनजागरूकता के साथ ही हो सकेगा। स्वच्छता के साथ ही साथ प्रशासन का डंडा भी गन्दगी करने वालों पर चलना लाजमी है। इस ओर जिला प्रशासन व निगम प्रशासन को निहारना पड़ेगा और कठोर कार्रवाई करना पड़ेगा तभी शिवनाथ के अस्तित्व रक्षा की कुछ बात बनेगी। युवाओं का जुड़ना इस अभियान की सार्थकता होगी अतएव दुर्ग भिलाई व क्षेत्रीय जनमानस के जुड़ाव हेतु अपील की जा रही है।
: "योगा फ़ॉर ह्यूमैनिटी" की थीम पर फिट & हिट होगा छत्तीसगढ़
Tue, Jun 14, 2022
रायपुर
- आगामी 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाएगा। यह आयोजन भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के दिशा- निर्देशन में आयोजित किया जाएगा। छत्तीसगढ़ में इस बार इसकी तैयारी प्रमुखता से पूरी की गई है। इस बार अन्तराष्ट्रीय योग दिवस की थीम "योगा फ़ॉर ह्यूमैनिटी" रखी गई है।
उक्त अवसर पर छत्तीसगढ़ शासन ने राज्य व जिला स्तरीय आयोजन प्रदेश के ऐतिहासिक पर्यटन स्थल एवं धार्मिक स्थलों पर किया जायेगा,जिसका चयन कर लिया गया है। योग दिवस के इस कार्यक्रम में जिलों के प्रभारी मंत्री,विधायकगण, तथा जनप्रतिनिधिगण शामिल होंगे।
ये बनाये गए नोडल-
अन्तराष्ट्रीय योग दिवस के योगा फ़ॉर ह्यूमैनिटी कार्यक्रम के लिए स्कूल शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग को नोडल नियुक्त किया गया है। उक्त कार्यक्रम में योगाभ्यास पुस्तिका का वितरण भी किया जाएगा। इस योग कार्यक्रम में अधिक से अधिक लोगों को उपस्थित होकर स्वास्थ्य लाभ लेने की अपील की गई है।
: केंद्रीय राज्यमंत्री के कार्यक्रम में हजार से भी कम दिखे लोग
Mon, Jun 13, 2022
दुर्ग - केंद्र सरकार की गरीब कल्याण संभागीय जनसभा को संबोधित करने पहुंचे केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते की सभा मे भाजपा कार्यकर्ताओं की गुटबाजी नजर आई। संभाग के आठ जिलों के पदाधिकारी मिलकर भी हजार लोग इकट्ठे नही कर पाए,लगाई गई कुर्सियों में से लगभग आधी कुर्सियां खाली पड़ी रहीं अंत तक लोग उन पर नजर नही आये। इसकी चर्चा लोग आपस में करते नजर आये। आम चर्चा का बाजार गर्म था कि इतने बड़े कार्यक्रम में व पंडाल में हजार लोग भी न पहुंच पाना संगठन के लिए चिंताजनक स्थिति पैदा करती है। लोगों की माने तो इससे लगता है कि अभी भाजपा प्रदेश की जनता में संगठन व कार्य के प्रति विश्वास पैदा करने में कोसों दूर है। मंच पर दुर्ग भिलाई के सभी वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री ,राज्यसभा सांसद,सांसद व राजनांदगांव के सांसद सहित जिलाध्यक्ष व पार्टी के पूर्व पदाधिकारी भी आसीन रहे। राज्यमन्त्री कुलस्ते ने केंद्र की मोदी सरकार की योजनाओं पर प्रकाश डालते हुये योजनाओं की उपलब्धियों को गिनाया,साथ ही साथ छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार की लचर व्यवस्था को कोसते हुए कहा कि भूपेश सरकार ने नौजवानों,किसानों व महिलाओं के साथ धोखा दिया है,इससे अब जनता सबक सिखाएगी। हालांकि इस कार्यक्रम में राजनादगाव के सांसद संतोष पाण्डेय ने काफी देरी तक केंद्र सरकार की योजना एवं प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ में कसीदे पढ़ते देखे गए,शेरो शायरी भरे अंदाज में सांसद ने उपस्थित लोगों को आकर्षित करने का काम किया। कार्यक्रम के अंत मे सभी पदाधिकारियों ने मुख्यातिथि केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को माला व पुष्पहार सहित प्रतीक चिन्ह भेंट कर धन्यवाद ज्ञापित किया गया।