तो योगी सरकार में ऐसे हो रहा कागजी खेल?ग्रामीणों ने खोल दी पोल,जाने क्या कर दिया जिम्मेदारों ने !!
प्रयागराज में अधिकारियों की मनमानी व दबंगई से लोककल्याणकारी योजनाओं को लगाया जा रहा पलीता,खुलेआम हो रही मनमानी,अपात्र बनाये गए पात्र और सच्चे हितग्राही बन गए अपात्र।जाने कैसे?
रिपोर्ट- विवेक सिंह
प्रयागराज/कोरांव– कहने को तो उत्तरप्रदेश सुशासन व उत्तमप्रदेश की कतार में शुमार हो गया है,नारा भी बुलंद होने लगा कि भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बन रहा उत्तरप्रदेश. लेकिन धरातलीय सच्चाई इससे इतर होकर भ्रष्टाचार युक्त और लिप्त प्रशासन की भेंट चढ़ रहे ग्रामीणों ने अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए गाँव मे जनपंचायत का आयोजन किया.विकास खण्ड मुख्यालय कोरांव से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित दुघरा-जोकहाई में जनहित की आवाज मुखर करने वाली संस्था जनसुनवाई फाउंडेशन ने जागरूकता विषयक कार्यशाला “जनपंचायत”का आयोजन कर ग्रामीणों को शासन की योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए उनकी समस्याओं को चिन्हित किया.इस दौरान शासन द्वारा जारी योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर ग्रामीणों ने स्थानीय स्तर पर घोर लापरवाही व भ्रष्टाचार का आरोप लगाया.
सरकारी योजनाओं में हो रहे भ्रष्टाचार से आहत हैं ग्रामीण-
दुघरा-जोकहाई में जनसुनवाई फाउंडेशन द्वारा आयोजित जन पंचायत में एकत्रित ग्रामीणों ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास, स्वच्छ भारत मिशन ,आयुष्मान कार्ड,सहित तमाम सरकारी योजनाओं में व्यापक भ्रष्टाचार होने की वजह से ग्रामीण आहत हैं। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत ग्रामीणों के नाम पर शौचालय का पैसा निकाल लिया गया जबकि आज भी 90% घरों में शौचालय नहीं बना है। इसी तरह से प्रधानमंत्री की महत्वकांक्षी योजना गरीबों के इलाज से संबंधित है जहां पर की आयुष्मान कार्ड का बनना था किंतु 1% आयुष्मान कार्ड भी इस गांव में नहीं बनाया गया है ।
पीएम आवास योजना में घालमेल,अपात्रों को मिला आवास पात्र रह गए सुविधा से वंचित-
ग्रामीणों का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास में भी व्यापक धांधली की गई है 2011 में बनी सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट जिसके मुताबिक गरीबों को चिन्हित करके प्रधानमंत्री आवास की लिस्ट बनाई जाती है उसमें भी कई तरह की अनियमितताएं देखने को मिली हैं ऐसे लोगों को प्रधानमंत्री आवास दिया गया है जिनके पास ट्रैक्टर 20 बीघे से अधिक पुश्तैनी जमीन व पहले से ही पक्का मकान है। जबकि ऐसे बहुत लाभार्थी हैं जिनका लिस्ट में नाम है और शासन के मापदंड के हिसाब से पूर्णतया पात्र हैं किंतु एडवांस में रिश्वत की रकम प्रधान या सचिव को नहीं दे सका।
पंचायत प्रतिनिधि के रिश्तेदार व खासमखास को मनरेगा का मिला पैसा,कामगारों की नही मिल सकी उनकी मजदूरी-
जनपंचायत में उपस्थित विधवा महिला उर्मिला देवी पत्नी स्व.धर्मराज आदिवासी,फूलकली पत्नी शुकुरु शारदा देवी, संगीता, निर्मला आदि महिलाओं ने ग्राम सचिव व ग्राम प्रधान पर आरोप लगाया है कि ऐसे कई ब्यक्तियों को आवास दिया गया है जो कि धन-धान्य से संपन्न हैं, जबकि ऐसी पात्र महिलाएं जो कि विधवा हैं और जिनके पास टूटे-फूटे घर हैं और गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं उन्हें अपात्र दर्शाया गया है इसी तरह से मनरेगा सचिव के ऊपर आरोप लगाते हुए कई ग्रामीणों ने शिकायत किया कि जिनका प्रधानमंत्री आवास आया था मनरेगा का जो मद प्रधानमंत्री आवास के तहत आता है उसे मनरेगा सचिव इंद्रजीत यादव ने अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिया है जबकि कुछ ग्रामीणों का आरोप है की विगत 7 महीने पहले मनरेगा में कार्य किया गया था किंतु आज तक मनरेगा में कार्य करने वाले मजदूरों की मजदूरी खाते में नहीं आई है और यह मजदूरी भी मनरेगा सचिव द्वारा ऐसे खास लोगों के अकाउंट में डलवाया गया है जो कि उनके रिश्तेदार हैं या फिर घनिष्ठ संबंधी हैं। जो कभी भी मजदूरी नहीं करते हैं। ग्रामीण हरिशंकर, विजय कुमार, आनन्द प्रताप, निर्मल सिंह शिव सेवक पार्क राम इकबाल नंद जी पूजा शकुंतला पार्वती रामदेवी जय राजे उर्मिला देवी शकुंतला गीता देवी रुचि देवी हार्दिक वंचित वर्ग की महिलाओं का आरोप है कि विगत 3 वर्षों से पात्र गृहस्थी सूची से नाम कट गया है जिसकी वजह से गरीबी रेखा के अंतर्गत आने पर भी सरकारी राशन का लाभ नहीं मिल पा रहा है वही कई ऐसे ग्रामीण हैं जोकि संपन्न हैं जिनकी अच्छी -खासीआमदनी है और सरकारी नौकरी भी है उन्हें राशन का लाभ मिल रहा है।
जन समस्याओं को चिन्हांकित व संकलित कर सौपेंगे प्रशासन को- रानू सिंह
जनपंचायत में उपस्थित फाउंडेशन के जनपद -प्रभारी अधिवक्ता विवेक सिंह (रानू)ने ग्रामीणों की समस्याओं को संकलित कर प्रशासन तक पहुंचाते हुए निराकरण करवाने का आश्वासन दिया है। जबकि संस्था के प्रदेश प्रभारी अधिवक्ता कमलेश प्रसाद मिश्र द्वारा सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी ग्रामीणों को दी गई। जन पंचायत के दौरान ग्रामीण अनीता देवी ,निशा तिवारी ,कंचन यादव ,विजय कुमार, मुन्ना लाल पाल ,शु्क्रू राम, निर्मल सिंह ,रेखा पाल ,हरभजन कुशवाहा ,शारदा देवी ,नंद जी सहित सैंकड़ों ग्रामीण एकत्रित हुए।