राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय के जन्मदिन पर दुर्ग आ रहे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह,मोदी सरकार के 9 साल की उपलब्धियों को लेकर आयोजित होगा कार्यक्रम
दुर्ग/रायपुर– छत्तीसगढ़ में दुर्ग जिला कई मायनों में महत्वपूर्ण है। वैश्विक स्तर पर इस्पात की सप्लाई भी यहीं की भिलाई से होती है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी इसी जिले से हैं तो वहीं गिनीज बुक में नाम दर्ज करा चुकी राष्ट्रीय भाजपा नेत्री व राज्यसभा सांसद डॉ सरोज पांडेय भी। इसी दुर्ग में आगमन हो रहा है केंद्रीय गृह मंत्री व भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का। अमित शाह 22 जून को दुर्ग एक कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। इसी तारीख को सुश्री सरोज पांडेय का जन्मदिन भी है। अटकलें हो चली हैं कि राष्ट्रीय महिला नेत्री के जन्मदिन पर केंद्रीय गृहमंत्री दुर्ग आ रहे हैं और सरोज पांडेय के जन्मदिन का केक काटेंगे और उसके बाद कार्यक्रम में भाग लेंगे। हालांकि,यह लाजमी है कि,यदि किसी वरिष्ठ कार्यकर्ता का जन्मदिन उसी दिन हो और कार्यक्रम में उनकी भागीदारी हो तो आया हुआ खास व्यक्ति जन्मदिन में जरूर शामिल होगा ही। लेकिन राजनीति में बाल का खाल भी निकालने का चलन सा ही गया है। खैर,यह अच्छी बात व इत्तेफाक है कि मोदी सरकार के 9 साल की उपलब्धियों को बताने शाह,छःत्तीसगढ़ आ रहे हैं वो भी सीएम भूपेश के गृह जिले में और डॉ सरोज का बर्थडे भी उसी दिन है। अजब लगता जरूर है,पर राजनीति के मायने भी बदल गए हैं।
शाह के दुर्ग आने से गुटबाजी की दरारें होंगी कम,कार्यकर्ताओं को मिलेगी ताकत-
तथाकथित तौर पर हासिये में आ गई सरोज पांडेय की राजनीतिक पारी में उनका सूर्य बादलों के घेरे में ढका सा प्रतीत होने लगा है। जो कि अब शाह का उनके जन्मदिन में शामिल हो जाने से एक तीर के कई निशाने हो सकते हैं,यह राजनीतिक जानकार बताते हैं। हालांकि दुर्ग-भिलाई में कई खेमे में तितर-बितर हुई भाजपा,वजूद की लड़ाई में भेंट चढ़ गई है। इसी को साधने के लिए एक खेमे को कार्यक्रम का प्रभार दिया गया है और दूसरे का आतिथ्य ग्रहण किया जाएगा और अन्य को इसका सन्देश एकजुटता का मिलेगा। अमित शाह के इस कार्यक्रम से गुटबाजी में कमी आ सकती है और एकजुटता भी देखने को मिल सकती है। हालांकि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेम प्रकाश पांडेय को कार्यक्रम का लोकसभा अध्यक्ष/प्रभारी बनाया गया है।
सुश्री सरोज पांडेय सीएम कंडीडेट की प्रबल दावेदार-
वैसे, सरोज पांडेय छोटी मोटी हस्ती तो हैं नहीं,वह पार्टी की राष्ट्रीय नेत्री व मौजूदा राज्य सभा सांसद हैं,और कुछ हद तक सीएम कंडीडेट भी। यदि बीजेपी इस बार 2023 में विधानसभा जीतती है तो कद्दावर महिला मुख्यमंत्री का चेबरा व प्रबल दावेदार वही होंगी.क्योंकि,डॉ सरोज पांडेय को हारती बाजी को जीतने का हुनर पता है।वैसे यदि देखा जाय तो इनसे योग्य पार्टी में अन्य कोई है भी नहीं। इसलिए मुख्यमंत्री चेहरा बीजेपी की सरोज हो सकती हैं। केंद्रीय गृह मंत्री व पार्टी के चाणक्य रणनीतिकार का उनके जन्मदिन पर आना इस बात को और पुख्ता कर देता है। हालांकि,दौरा व कार्यक्रम दिल्ली से निर्धारित होता है और बहन जी दिल्ली से ही आई हैं। यह कथन उन नेताओं का है जो भाजपा के हैं जो कहीं न कहीं सरोज के भी और प्रेम प्रकाश पांडेय के भी खेमे के हैं,अक्सर दोनों बंगलो में दिखाई देते हैं। उल्लेखनीय है,कि 22 जून की जनसभा के आयोजन में कई जिलों के बीजेपी कार्यकर्ता व पदाधिकारी शामिल होंगे,यहीं से चुनावी रणनीति भी बनने की सँभावना जताई जा रही है।इस लोकसभा में हालांकि एक सीट अभी भाजपा के पाले में है। शेष पर कांग्रेस का कब्जा है।