अध्यात्म व आधुनिकता का मिश्रण है महाकाल की महानगरी उज्जैन: महाकाल की प्रलय से मुक्त महानगरी के कॉरिडोर का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन
800 मीटर से अधिक लंबा कॉरिडोर में 800 करोड़ रुपये सरकार खर्च कर रही है.अब लकहों लोग महज 30 मिनट में कर पाएंगे दर्शन,भीड़ की टेंशन से मिलेगी मुक्ति.भारत के सबसे बड़े कॉरिडोरों में से एक है महाकाल कॉरिडोर. पीएम मोदी ने पहले फेज का किया उद्घाटन.
महाकाल की नगरी प्रलय के प्रहार से मुक्त भारत का सांस्कृतिक व भक्ति दर्शन है.
हमारे ज्योतिर्लिंगों का विकास भारत की आध्यात्मिक ज्योति व ज्ञान दर्शन का विकास है.
उज्जैन– काल भी उसका क्या करेगा जो भक्त हो महाकाल का.अक्सर ऐसे जयघोष व आस्था के नारे बुलंद होते दिखते हैं जो उज्जैन के राजा महाकाल की भक्ति व शक्ति को दर्शाते हैं.
महाकाल कॉरिडोर का उद्घाटन करने पहुंचे भारत के प्रधानमंत्री ने महाकाल का दर्शन कर पूजा अर्चना किया तथा मन्दिर के गर्भ गृह में बैठकर मंत्र जाप भी किया.बता दें कि पीएम मोदी हिंदू रीति रिवाज व धार्मिक मान्यताओं के प्रबल पक्षधर हैं.खुद पूजा पाठ व मंत्र जाप में दृढ़ विश्वास रखते हुये शक्ति उपासक हैं. महाकाल मंदिर में पूजन आरती कर महाकाल कारोडोर के प्रथम फेज का उद्घाटन किया.
पीएम मोदी ने क्या कहा जानें-
जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने अपनी आध्यात्मिक भक्ति को प्रकट करते हुए महाकाल की शक्तियों का वर्णन कर कहा कि,महाकाल में काल की भी गति रोक देने व काल की रेखा को मिटा देने की अद्भुत शक्ति है. उन्होंने महाकाल की शक्तियों का बखान करते हुए कहा कि,महाकाल की नगरी प्रलय के प्रहार से मुक्त है.
मोदी ने कहा कि उज्जैन नगरी के कण कण में अध्यात्म है जहां ईश्वरीय ऊर्जा का संचार होता है.उन्होंने यह भी कहा कि महाकाल के लोक में सबकुछ अद्वितीय है सब कुछ अलौकिक है,उज्जैन भारत की आस्था का केंद्र रहा है.उज्जैन में कालचक्र के 84 कल्पों का प्रतिनिधित्व करते 84 शिवलिंग हैं जिनका वर्णन भी किया.शिव महिमा का बखान करते हुए उन्होंने आगे कहा कि महाकाल कॉरिडोर जनसमुदाय की आस्था व भक्ति को समर्पित है यहां निश्चित रूप से कण कण में महाकाल व शिव दरबार व उनकी कृपा की अनुभूति होगी साथ ही कहा,ज्ञान ही शिव हैं शिव के दर्शन में ही ब्रह्मांड का सर्वोच्च दर्शन है. मोदी ने महत्वपूर्ण बात कही कि, हमारे ज्योतिर्लिंगों का विकास भारत की आध्यात्मिक ज्योति का विकास है और भारत के ज्ञान व दर्शन का विकास है.पीएम ने बताया कि भारत का सांस्कृतिक दर्शन एक बार फिर शिखर पर पहुंचकर विश्व का मार्गदर्शन करने के लिए तैयार हो रहा है.
महाकाल कॉरिडोर है अनोखा-
उज्जैन महानगरी बाबा महाकाल की कृपा व शक्ति की नगरी है.देश भर के श्रद्धालु यहां आते हैं सभी की मनोकामना पूर्ण करते हैं महाकाल. महाकाल लोक में 108 विशाल स्तंभ बनाये गए हैं,हर स्तंभ व दीवाल पर महादेव लोक व कथाओं का प्रतीकात्मक वर्णन है.अद्भुत यह नगरी अध्यात्म व आधुनिकता का मिश्रण होगी.उल्लेखनीय है कि,यहां हर प्रतिमा के सामने एक बार कोड लगाया गया है जिसे स्कैन करते ही भगवान शिव की कहानी बता रही प्रतिमा की संपूर्ण जानकारी आपके मोबाइल स्क्रीन पर आ जायेगी.इसका मकसद नई पीढ़ी को प्राचीन प्रतिभा और कथाओं की जानकारी देना है.
800 मीटर की क्यूरल वॉल बनाई जा रही है.महाकाल लोक भारत मे सबसे बड़े ऐसे कॉरिडोर में से एक है जो पुरानी रुद्रसागर झील के चारों ओर है.अब लाखों भीड़ के बाद भी 30 मिनट में दर्शन कर सकेंगे,लंबी लाइन की टेंशन खत्म हो जाएगी.इसको लेकर 800 करोड़ रुपये सरकार खर्च कर रही है.एक सुविधा केंद्र भी बन रहा है जिसमें लगभग चार हजार श्रद्धालु रह सकते हैं. बताया गया कि केंद्र में 6000 मोबाइल लॉकर के अलावा सामान रखने वाला एक क्लास रूम भी होगा.इसके लिए गुजरात व राजस्थान से कारीगर इसे मूर्त रूप देने में लगाये गए हैं.मन्दिर कॉरिडोर में पर्यावरण संरक्षण का भी सन्देश दे रहे 18000 बड़े पौधे लगाए गए हैं.प्राचीन महाकालेश्वर मंदिर का अद्भुत पुनर्निर्माण व पुनर्विकास किया गया है.