राज्य सरकार का माफियाओं पर नही चल पा रहा नियंत्रण,लाखों लीटर शिवनाथ का पानी हुआ बर्बाद,शहर में हो रही पानी की किल्लत
छःत्तीसगढ़ सरकार पर भारी मनचलों की करतूत से बह गया लाखों लीटर पानी,अवैध उत्खनन का है मामला

राजनांदगांव/दुर्ग- छःत्तीसगढ़ में मनचलों को हौसला इस कदर बढ़ गया है कि कानून व शासन प्रशासन का डर और खुद का धर्म बिल्कुल हट सा गया है.भीषड़ गर्मी में जहां पानी के बून्द बूंद सहेजना जरूरी है वहीं लाखों लीटर पानी व्यर्थ में बहा दिया जा रहा है.कभी मोबाइल खोजने के चक्कर मे तो कहीं मछली पकड़ने के जुगत में तो कहीं रेत उत्खनन में.राजनांदगांव से एक खबर बड़ी चौकाने वाली यह है कि रेत माफियाओं ने रेत निकालने के चक्कर मे शिवनाथ नदी में बने एनीकट बैराज का गेट खोलकर लाखों लीटर पानी बहा दिया। बताया जा रहा है कि यह रात में किया गया है। संबंधित विभाग को इसका पता नही चला.हालांकि एनीकट में जहां का गेट खोला गया है वहां चौकीदार की ड्यूटी भी रहती है।
यह घटना राजनांदगांव के शिवनाथ नदी पर बने मोहारा एनीकट की है.इधर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रामायण प्रतियोगिता व महोत्सब में व्यस्त मस्त हैं उधर जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है.जक ही जीवन है और जल को व्यर्थ बहाकर नदी की स्वतंत्रता पर नकेल डाल पानी निकाल लिया गया.यह मामला रेत उत्खनन से जुड़ा बताया जा रहा है। अज्ञात लोगों ने एनीकट बांध का पांच गेट खोल दिये और विभाग व जिम्मेदारों को पता ही नही चला?
मोहारा फिल्टर प्लांट के कर्मचारियों को जब इसकी सूचना मिली तो उन्होंने तत्काल जलसंसाधन विभाग से संपर्क किया। इसके बाद विभागीय कर्मचारियों ने मोहारा पहुंचकर चार गेट को बंद कराया। तकनीकी खराबी के कारण एक गेट को बंद करने के लिए कर्मचारियों को तीन घंटे मशक्कत करनी पड़ी। तब तक हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह गया। जलसंसाधन विभाग ने मामले की शिकायत बंसतपुर थाने में दर्ज कराया है। पुलिस इसकी जांच कर रही है। मामले में सीएसपी अमित पटेल ने कहा कि संबंधित थाने में शिकायत हुई होगी। मुझे इसकी जानकारी नहीं है। अगर इस तरह की मनमानी की गई होगी, तो जरूर कार्रवाई की जाएगी।
कर्मचारियों में मची अफरा-तफरी,जलसंसाधन के कर्मचारी आनन फानन में बंद किये गेट-
मोहारा एनीकट के गेट खुलने की जानकारी मिलते ही जलसंसाधन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। एनीकट का गेट खुला देख पहले तो कर्मचारियों ने पांच में से चार गेट को बंद किया। एक गेट तकनीकी कारण से बंद ही नहीं हो रहा था। इसके लिए कर्मचारियों को करीब तीन घंटे मशक्कत करनी पड़ी। तब तक हजारों लीटर पानी गेट से व्यर्थ ही बह गया। विभागीय कर्मचारियों ने अज्ञात लोगों के द्वारा गेट खोलने की बात कही है। जिसकी शिकायत जलसंसाधन विभाग ने थाना में की है।
एनीकट के पास बांकल में धड़ल्ले से हो रहा उत्खनन-
शहर से लगे ग्राम बांकल में शिवनाथ नदी पर रेत का उत्खनन चल रहा है। जो मोहारा स्थित शिवनाथ नदी के एनीकट से लगा एरिया है। एनीकट में पानी होने के कारण रेत ठेकेदार अपनी मर्जी अनुसार रेत नहीं निकाल पा रहे हैं। शायद यही कारण है कि उनके द्वारा गेट खोलकर एनीकट का पानी खाली कराया गया, ताकि वो रेत का खनन अपने अनुसार करा सकें। बता दें कि इससे पहले भी रेत खनन के दौरान मोहारा एनीकट के गेट को खोलने की शिकायत सामने आ चुकी है। रेत ठेकेदार को राजनीतिक संरक्षण भी है। जिसके रौब में ठेकेदार मनमर्जी कर शिवनाथ से रेत निकाल रहा है।
शहर के लिए स्टाक में था पानी,निगम ने लिया था उधार,शहर में बना है पेयजल का संकट-
शिवनाथ नदी के मोहारा एनीकट में शहर की पेयजल सप्लाई के लिए पानी का स्टोर किया गया था। जिसे अपने लाभ के लिए रेत ठेकेदार ने एनीकट का गेट खुलवाकर बहा दिया है। इससे आने वाले दिनों में शहर में पेयजल की समस्या उत्पन्न हो सकती है। वैसे भी शहर में पेयजल को लेकर गंभीर समस्या बनी हुई है। इस बीच एनीकट का पानी बहाने से समस्या और भी गंभीर हो सकता है। क्योंकि हाल ही में नगर निगम ने मोंगरा बराज से 300 क्यूसेक पानी लिया था।