एक मोबाइल की कीमत 20 लाख लीटर पानी ? खबर छःत्तीसगढ़ की है,क्या है पूरा मामला,पढें-

- मामला कांकेर का है.
- मोबाइल ढूंढने के चक्कर मे बहा डाला 20 लाख लीटर पानी.
- फ़ूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास ने उठाया ऐसा कदम
- जिला कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला ने किया सस्पेंड
- पूर्व व वर्तमान सीएम में जुबानी ट्विटर पर तकरार, मची जुबानी जंग.
कांकेर – पानी रे पानी तेरा मोल कितना,क्या एक अधिकारी के मोबाइल जितना ! जी हां,यह छःत्तीसगढ़ प्रान्त है यहां अब अधिकारी अपनी जिद में जकड़े हुए हैं,प्रकृति व पर्यावरण पर अपना हक समझते हैं,तभी तो यहां 20 लाख लीटर पानी की कीमत मसलन 20 हजार है या एक मोबाइल के बराबर ही है? यह आश्चर्य लगता होगा लेकिन सच है.
राज्य के कांकेर जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां एक अधिकारी पिकनिक मनाने गया और उसका मोबाइल सेल्फी के चक्कर मे पानी डैम में गिर गया.उस मोबाइल को ढूंढने व पाने के चक्कर मे जलाशय में भरे लगभग 20 लाख लीटर पानी को फालतू बहा दिया जाता है.पावर का पद व पद का पावर तो यहीं देखने को मिलता है जहां एक फूड इंस्पेक्टर अपने मोबाइल को पाने की जिद में 20 लाख लीटर पानी बर्बाद कर देता है.हालांकि खबर यह है कि सूचना वायरल होते ही उस इंस्पेक्टर राजेश विश्वास को कांकेर कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने तत्काल प्रभाव से बर्खाश्त कर दिया है.इस खबर पर राजनीति भी गरमा गई है.राज्य के दो सीएम बातों की रार मचा बैठे हैं.वर्तमान व भूतकाल में बातूनी जंग छिड़ी जो ट्विटर पर देखी गई है.इस सियासी उठापटक में वर्तमान सीएम भूपेश बघेल ने पूर्व सीएम रमन सिंह की कटाक्ष पर पलटवार करते हुए उन्हें दो बातों पर नसीहत दे डाली और उनको उनका दौर याद दिलाकर अपनी उपलब्धि भी बता दी.नीचे पढें ट्विटर पर गर्म सियासी दांवपेंच-
2 बातें हैं डॉक्टर साहब:
1. पहली ये कि अपने पद का दुरुपयोग करने का हक 'नवा छत्तीसगढ़' में किसी को नहीं है, जिस अधिकारी ने यह कृत्य किया है उसे निलंबित किया जा चुका है. वो दौर बीत गया जब लोग सत्ता में बैठकर फर्जी राशन कार्ड बनाते थे और अपने बेटे का 'पनामा' में खाता खुलवाते थे।… https://t.co/koTxoidnHV
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) May 26, 2023
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