मुख्यमंत्री हुए सख्त बर्दाश्त नही की जाएगी लापरवाही,ट्रांसपेरेंसी को दें तवज्जो
सजा व पुरस्कार दोनों के हकदार होंगे जिम्मेदार अधिकारी,जनहित के कार्यों में लाएं तेजी-सीएम

लखनऊ – उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने महाकुम्भ के बाद प्रदेश स्तर के कार्यों की समीक्षा की। जिसमें मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज की जाने वाली समस्याओं का विशेष जायजा लिया। सीएम ने राज्यभर के विभागवार अधिकारियों को नसीहत देते हुए कहा कि कार्य में ट्रांसपेरेंसी और तेजी लाई जाय तथा जनहित के कार्यों को वरीयता दी जाय।
दण्ड व इनाम दोनों के भागीदार होंगे अधिकारी-
मुख्यमंत्री ने लखनऊ में बुधवार को मीटिंग में कहा कि किसी भी हालत में कार्य मे लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। आई जी आर एस के मामलों की समीक्षा कर रहे सीएम ने कहा कि जो भी मामले आई जी आर एस पोर्टल पर दर्ज होते हैं उनको ईमानदारी से और पूरी पारदर्शिता के साथ हल किये जाने चाहिए,इसमें कोताही बिल्कुल भी न बरती जाए। फील्ड में जाकर तहकीकात करके ही रिपोर्ट लगाएं। उन्होंने साफ साफ शब्दों में कहा कि जनहित के कार्य को निपटाने में वरीयता देनी होगी। जो अधिकारी कार्य को पारदर्शिता के साथ करेगा उसे इनाम भी दिया जाएगा और जो लापरवाही करेगा उसके लिए भी एजेंडा चलाया जाएगा। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों की एक निगरानी टीम भी गठित की जाएगी।
परफॉर्मेंस डेटा की रैंडम चेकिंग हो- सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि परफॉर्मेंस का जो डेटा विभाग देते हैं, उनकी रैंडम चेकिंग की जाए. मुख्य सचिव स्तर पर होने वाली समीक्षा बैठकों में टॉप-10 विभागों और योजनाओं पर चर्चा की जाए. जो विभाग और योजनाएं टॉप पर हैं, उनका प्रजेंटेशन सबके सामने रखा जाए और उन्हें बताया जाए कि किस तरह कार्य करना है और कहां कमी रह गई है. उनकी रिपोर्ट और सक्सेस स्टोरीज को बाकी के साथ शेयर किया जाना चाहिए. ये भी देखा जाना चाहिए कि जो लोग पीछे हैं उसके पीछे कारण क्या है.
मुख्यमंत्री ने कड़े शब्दों में निर्देश दिए कि यदि सरकार जो स्कीम या अभियान चलाती है और अगर वह 100 प्रतिशत सैचुरेटेड नहीं होता तो उसका उद्देश्य अपूर्ण है. नियमित रूप से उनकी चेकिंग होनी चाहिए. हर विभाग अपने स्तर पर हर दिन मॉनीटरिंग करे. उन्होंने कहा कि स्कीम बनाते समय अधिकारी यह जरूर ध्यान दें कि इसका लाभ अधिकतम लोगों तक पहुंच सके.
कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं – सीएम
सीएम योगी ने तल्ख अंदाज में कहा कि किसी भी हालत में उदासीनता बर्दाश्त नही की जाएगी। टीम बनाकर कार्य करें वरिष्ठ अधिकारी मानिटरिंग करेंगे। कार्य को पारदर्शी बनाने के लिए वीकली और पखवाड़े भर के कार्य सूचकांक मापी डाटा तैयार करें और उसकी समीक्षा करें। जिसके कार्य व दायित्व में लापरवाही दिखती है उसे नसीहत दें और न सुधरने पर उसे बर्खाश्त करें। क्योंकि सभी के कार्य को करना और न्याय सुलभ करना सरकार का दायित्व है। देरी और लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी।