राज्यपाल पद से हटने के बाद तल्ख हुए सत्यपाल मलिक ने कह दी बड़ी बात : 2024 में न आने पाए भाजपा,किसान सम्मेलन में पहुंचे मलिक के बिगड़े बोल? करा लें मेरी जांच,कुछ नही हो सकता.
मैं फकीर हूँ,5 कुर्ते में गया था..उतने ही में वापस आया,मेरा क्या बिगाड़ लेंगे,कुछ नही-पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मालिक.क्यों बोले,इसके मायने क्या हैं? पढें विस्तार से.
बुलंदशहर– “वो मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते। मेरी 100 जांच कर दें, अपनी एक करा दें तो पता चल जाएगा। मैं तो अपनी कराने को तैयर हूं ये कराने को तैयार हैं क्या। मेरे खिलाफ कोई इंक्वायरी नहीं हो सकती कोई मुकदमा नहीं हो सकता, मैं पांच कुर्तों में गया था और पांच कुर्ते वापस लेकर घर लौटा हूं। मैं फकीर हूं”। यह वक्तव्य मेंघालय के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के हैं,वे जिले के गाँव सागली में किसान महासम्मेलन के संबोधन में पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल के जबाब में बोल रहे थे.इतनी सत्यता व निडरता आज किसी अन्य संवैधानिक पद पर रहा हुआ नेता यह बोलने की हिम्मत नही कर पाता है,जो मलिक ने कर दिया है,ऐसी भी चर्चा सरेआम राजनीतिक गलियारे में रही. भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार पर काफी तल्ख तेवर के साथ पेश आये राज्यपाल मलिक.पर,यहां एक सवाल यह उठना लाजमी हो जाता है कि आखिर मलिक इतना कठोर बीजेपी के खिलाफ सत्य कैसे बोल रहे हैं और क्यों बोल रहे हैं,वजह क्या है? यह कोई हंसी मजाक या विपक्षी धारणा नही है,बल्कि भाजपा गुट से ही आते हैं अब पूर्व हो चुके राज्यपाल सत्यपाल मलिक.उन्होंने आगे भी बहुत सारे मामले बड़े बेबाकी से उठाए और सवाल के साथ ही आप बीती भी सुनाई.
‘ये भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं… मैं इस बहकावे में नहीं’
करप्शन के खिलाफ आवाज उठाने पर जब उनसे(भाजपा) से सवाल पूछा गया तो सत्यपाल मलिक बोले, मैंने इनको(बीजेपी ) दो मामले बताए लेकिन कोई जांच नहीं हुई। एक मंत्री का नाम बताया कि फोन करता है आपके यहां से बोल रहा है, उसके बारे में कहा गया कि हटाएंगे पर हटाया नहीं गया। इसी तरह मैंने गोवा में भ्रष्टाचार बताया, तो कहने लगे कि आपकी जानकारी गलत है। मैंने कहा कि मेरी जानकारी सही है। लेकिन उसे अभी भी वहीं रखे हुए हैं मुझे मेघालय भेज दिया। तो मैं इनके इस नारे में नहीं आता हूं कि ये भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं।
नहीं चाहता कि 2024 में बीजेपी आए’
2024 में होने वाले चुनाव के बारे में मलिक बोले, ‘मैं चुनाव नहीं लडूंगा लेकिन वहां जाऊंगा और लड़ाई में मदद करूंगा। मैं बिल्कुल नहीं चाहता कि 2024 में एनडीए और बीजेपी रिपीट हो। जेल जाना पड़ तो जेल जाऊंगा किसानों के लिए, न किसी पार्टी में जाऊंगा न चुनाव लडूंगा।’
दत्तात्रेय होसबाले का समर्थन-
आरएसएस नेता दत्तात्रेय होसबाले के बयान पर बोले, मैं उनकी बात से सहमत हूं। उन्होंने अच्छा किया कि वे बोले, क्योंकि दिल्ली तो आंखें मूंदकर पड़ी है कि जैसे कुछ है ही नहीं। वे यही मानते हें कि बेरोजगारी नहीं है, गरीबी नहीं है। मैं तो यही मानता हूं कि बेरोजगारी बहुत है, भुखमरी बहुत है। नौजवानों को नौकरियां नहीं मिल रही हैं। वे ले आए हैं अग्निवीर तीन साल की नौकरी मिलेगी कोई पेंशन नहीं होगी कोई क्यों मरेगा उसके लिए.मलिक साब ने आगे आप बीती सुनाते हुए कहा कि जब हम काश्मीर के राज्यपाल थे तब भी हमे सुरक्षा मुहैया नही कराये,उस वक्त पाकिस्तान से खतरा भी था.किसानों के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करने सहारनपुर पहुंचे थे सत्यपाल मलिक.