“संस्कृत के बिना धर्म का ज्ञान नहीं। संस्कृत के बिना नीति नहीं। संस्कृत के बिना चरित्र नहीं। संस्कृत के बिना व्यक्तित्व का समग्र विकास नहीं। अतः हम संस्कृत पढें, भारतीय बनें। संस्कृत पढें, राष्ट्रीय बनें”.
रायपुर – छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामंडलम, रायपुर द्वारा 08 अगस्त से 14 अगस्त तक, संस्कृत सप्ताह मनाया जा रहा है, तदनुसार स्कूलों में निबंध, वादविवाद, नाटक एवं कहानी प्रतियोगिता के साथ संस्कृतपरक सांस्कृतिक कार्यक्रमों, संस्कृत शिक्षक/विद्वानों की संगोष्ठी, संस्कृत साहित्य की प्रदर्शनी, संस्कृत भाषा में भाषण, परिचर्चा, संस्कृत गीत कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है। इसी कड़ी में *”सनातन मंच”* द्वारा 08 अगस्त को सावन के अंतिम सोमवार के पावन अवसर पर “वैदिक रुद्राभिषेक” (रुद्राभिषेक वैदिक पद्धति से वैदिक पंडितों द्वारा किया गया, जिसमें चार वेदों के अनुसार मंगलाचरण/स्वस्तिवाचन, वेद आचार्यों द्वारा) किया गया।
इन आचार्यों ने किया वेदमन्त्र पाठन –
पंडित बालमुकुंद शर्मा जी, पुजारी माँ दुर्गा मंदिर, आनंद नगर, रायपुर (छत्तीसगढ़),
पंडित श्री गोविंद प्रसाद उपाध्याय कर्मकांड विशेषज्ञ हनुमान मंदिर पुजारी,
आचार्य श्री ओम प्रकाश उपाध्याय भागवत आचार्य
वेदविभूषण पं कमलकिशोर उपाध्याय शास्त्री शुक्लयजुर्वेद माध्यन्दनीय शाखा पुराणाचार्य बेमेतरा (छत्तीसगढ़)
वेदविभूषण पं तरुण उपाध्याय शास्त्री सामवेद कौथुमशाखा एवं नव्याकरणाचार्य, रायपुर (छत्तीसगढ़)
आचार्य पंडित रवि शास्त्री नव्य व्याकरण से आचार्य, संस्कृत बी. एड., वाराणसी ।
रुद्राभिषेक में ये लोग रहे उपस्थित-
कार्यक्रम को ई-मंच द्वारा फेसबुक पेज पर लाइव किया गया, जिसे काफी लोगों ने देखा एवं सराहा।कार्यक्रम में रुद्राभिषेक के लिए बृजमोहन उपाध्याय, अनीता उपाध्याय, सुशील कुमार दुबे, आशा दुबे, सीए मदन मोहन उपाध्याय, सीए जागृति उपाध्याय, संदीप बोस, दीपांनिता बोस, आलोक तिवारी, गीता तिवारी, सतीश मिश्रा, लक्ष्मी मिश्रा, राजेश शर्मा, अंजनी शर्मा, अभिनेष त्रिपाठी, संजीवनी त्रिपाठी, रजनीश पात्र के अलावा काफी संख्या में भक्तजन एवं गणमान्य लोग उपस्थित रहे।