रोल मॉडल : एक ऐसा IAS जो अपने स्किल व हुनर से पीएम मोदी तक छोड़ी छाप ,आखिर हैं कौन?
करियर डेस्क. (जरा हट के) ..देश में कुछ ऐसे IAS और IPS हैं जो समाज और युवाओं के लिए रोल मॉडल बन जाते हैं। हम आपको एक ऐसे IAS अधिकारी की स्टोरी बता रहे हैं जो अपने कामों के कारण समाज के लिए रोल मॉडल बन गए। आज हम आपको कहानी बता रहे हैं IAS अधिकारी कुंदन कुमार (Kundan Kumar) की। आइए बताते हैं कि आखिर कैसे कुंदन कुमार समाज के लिए रोल मॉडल बन गए। सरकारी स्कूल में स्मार्ट क्लास की शुरुआत कुंदन कुमार ने बांका जिला में पांच सरकारी विद्यालयों से स्मार्ट क्लास (Smart Class) की शुरुवात की। उनका ये प्रयास अमेरिका के ड्यूक यूनिवर्सिटी तक पहुंच गया था। उन्होंने अमेरिका के गुयाना टाउन में उन्नयन कार्यक्रम में कैम्पम अवार्ड जीता था।
बिहार में बने रोल मॉडलस्मार्ट क्लास का प्रोजेक्ट बिहार के सरकारी स्कूलों के लिए रोल मॉडल बन गया है। उच्च माध्यमिक विद्यालयों के बाद अब एक साथ 111 से अधिक प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में स्मार्ट क्लास के जरिए छात्रों को डिजिटल शिक्षा ( Digital Education) दी जा रही है।
IPS अफसर रहेआईएएस बनने से पहले कुंदन कुमार 2009 बैच के IPS थे। उत्तराखंड कैडर में तीन साल आईपीएस रहे फिर 2012 में IAS बने। वो आईएएस, आईपीएस और इंजीनियर के साथ तीनों क्षेत्रों के जानकार हैं।
पीएम मोदी भी कर चुके हैं सम्मानित – आईएएस कुंदन कुमार को प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी भी सम्मानित कर चुके हैं। यह सम्मान उन्हें बिहार के समस्तीपुर के डीएम के रुप में किये गये कामों के बदले में मिला था। कुंदन कुमार ने नेशनल हेल्थ इंश्योरेंस योजना के तहत प्राइवेट अस्पतालों की जाने वाली गड़बड़ी को पकड़ा था।स्टार्टअप लाने का दिया था आदेशबेतिया में डीएम रहते हुए कुंदन कुमार ने स्टार्टअप जोन शुरू किया था। इस स्टार्टअप जोन की सीएम नीतीश कुमार ने भी सराहना की थी। दरअसल उन्होंने क्वारंटाइन सेंटर में चलाए गए स्किल मैपिंक की योजना को प्रोजेक्ट किया, जिसे देशभर में सराहा गया था।