- तीन देशों की यात्रा से पीएम मोदी लौटे वतन
- पीएम मोदी को पापुआ न्यू गिनी ने कहा विश्वगुरु और किया चरण स्पर्श.
- आस्ट्रेलियाई पीएम ने कहा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “बॉस”.
- मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया जानना चाहती है कि भारत क्या सोचता है.
नेशनल डेस्क- भारत के अब तक के इतिहास में पहली बार विदेशों में हिंदुस्तान का डंका विश्वगुरु व मार्गदर्शक के रूप में बजा है.भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडो पैसिफिक की नींव रख विदेश यात्रा से वतन लौट आये हैं.सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय नींव को मजबूत करती हुई पीएम की विदेश यात्रा भारत को विश्वगुरु के रूप में स्थापित करने का महत्वपूर्ण कदम है जिसका स्वागत वैश्विक स्तर पर किया जा रहा है.विदेशी धरती पर भारत का झंडा बुलंद करते पीएम मोदी को पापुआ न्यू गिनी ने विश्वगुरु कहा तो वहीं ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने भारत के पीएम नरेंद्र मोदी को “बॉस” कहा है.जो कोई मामूली बात नहीं बल्कि गौरवांवित करने वाला क्षण है यह.भारत को अब पूरा विश्व नए कलेवर व कीर्तिमान स्थापित करने वाले अंदाज में देख रही है.मोदी के कुशल गवर्नेंस मॉडल की सराहना सात समंदर पार में हुई है यह भारत के लिए एक नए गौरव की बात है. भारत लौटते ही पीएम ने कहा कि आज दुनिया जानना चाहती है कि भारत क्या सोच रहा है.पालम एयरपोर्ट के बाहर पीएम मोदी के स्वागत में खड़ी जनता व भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने जमकर आत्मीय स्वागत किया.केंद्रीय मंत्रियों समेत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी उपस्थित रहे.
पीएम ने स्वागत जनसभा में दौरे की सफलता का संबोधन दे रहे थे,उन्होंने कहा कि,हमारे यहाँ के लोगों ने हमसे पूंछा की मैंने दुनिया को कोरोना से निजात दिलाने वैक्सीन क्यों दी? मोदी ने इसके जबाब में बताया कि,मैं उनसे कहना चाहता हूं कि भारत बुद्ध,गांधी की धरती है,हम अपने दुश्मनों की परवाह करते हैं.आगे उन्होंने कहा कि आज दुनिया जानना चाहती है कि भारत क्या सोच रहा है.पीएम ने कहा कि,जब मैं अपने देश की संस्कृति के बारे में बात करता हूँ तो मैं दुनिया की आंखों में देखता हूँ.
हालांकि,भारत के अन्य राजनीतिक दल विपक्ष की मजबूरी में इसे अन्य नजरिये से लेने की कोशिश करते हैं जो उनकी राजनीतिक व दलीय विचारधारा की लक्ष्मणरेखा से निहित है.लेकिन भारत की आम जनता और पढा लिखा समाज इसे गौरवशाली नजरिये से देख रहा है.तीन देशों की यात्रा कर भारत लौटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत भव्य रूप से किया गया.मोदी के लिए गए ऐतिहासिक व साहसिक कुछ फैसलों को अन्य देश साहसिक कदम मानते हैं और भारत की संस्कृतिक विरासत को इसका बल मानते हैं.नरेंद्र मोदी विश्व के मानस पटल पर भारतीय युवाओं के टैलेंट,सांस्कृतिक छवि,व सेना का अदम्य साहस का गुणगान कर भारतीय दर्शन को भी उल्लेखित करते हैं यही वजह से की अन्य देशों के लोग भी आशा भरी निगाहों से बदलते भारत की ओर निहार रहे हैं.इस दौरे से भारत की छवि वैश्विक स्तर पर मजबूत हुई है जो राष्ट्रधर्म को उजागर करती है.