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हरियाली अमावस्या आज : बन रहा दुर्लभ संयोग,राजयोग.पितृदोष से मुक्ति, सुख समृद्धि और धन लाभ के लिए करें ये उपाय!

स्प्रिचुअल डेस्क / (अध्यात्म चिंतन)-  हरियाली अमावस्या बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस दिन पूजन पाठ करने से पितृदोष से मुक्ति मिलेगी साथ ही सुख समृद्धि व धन लाभ भी होगा।

हरियाली अमावस्या 2022: सावन महीने की अमावस्या को हरियाली अमावस्या के नाम से जाना जाता है। सावन महीने की हरियाली अमावस्या का वेद पुराणों और हिन्दू धर्म में बहुत महत्व है। मान्यता है कि हरियाली अमावस्या के दिन शिव जी की पूजा पितृ के रूप में करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। इस बार सावन महीने की की हरियाली अमावस्या 28 जुलाई को है।आइए जानते हैं इस दिन पितरों के आत्मा की शांति और घर में सुख शांति बनी रहे इसके लिए क्या करें। बाला जी प्राचीन शनि मंदिर बुराड़ी दिल्ली के पुजारी आचार्य उमेश दुबे जी बता रहे हैं इससे जुड़े सभी फायदों के बारे में।

आचार्य पंडित उमेश दुबे,संपर्क नम्बर- 8076389318

हरियाली अमावस्या के शुभ मुहूर्त –

सावन के अमावस्या को हरियाली अमावस्या कहा जाता है l इस वर्ष हरियाली अमावस्या 28 जुलाई 2022 को पूरे भारतवर्ष में मनाया जाएगा l इसके शुभ तिथि की शुरुआत 27 जुलाई 09 बजकर 11 मिनट से होगी 28 जुलाई की रात 11 बजकर 24 मिनट तक रहेगी। लेकिन पूजा-पाठ उदया तिथि में मान्य होती है इसलिए हरियाली अमावस्या की पूजा 28 जुलाई को की जाएगी।

सुख-समृद्धि के लिए करें ये उपाय 

हरियाली अमावस्या के दिन भगवान शिव का पूजा करने से पितृ दोष में शांति मिलती है साथ ही शनि ग्रह भी कष्ट देना कम करते हैंl इसके अलावा हरियाली अमावस्या के दिन घर में पितृ शांति के लिए पितृ सूक्त गीता पाठ, गरुण पुराण, गजेंद्र मोक्ष इत्यादि का पाठ करना चाहिए l संभव हो तो इस दिन आटे का दीपक बनाकर दीप दान करना चाहिए जिससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं और सुख की प्राप्ति होती है l स्कंद पुराण के अनुसार इस दिन ब्राह्मण को अन्न दान करने से सभी संकट से छुटकारा मिलता हैl साथ ही सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है l हनुमान जी और लक्ष्मी जी का पूजा करने से स्थिर लक्ष्मी की प्राप्ति होती है लक्ष्मी का सदुपयोग होता हैl कोई गलत कार्य बीमारी इत्यादि पर खर्च नहीं होता हैl साथ ही इस दिन वृक्षारोपण करने से ग्रह दोष शांत होते हैं।

पितृ दोष से मिलती है मुक्ति 

हरियाली अमावस्या के दिन पितरों को याद किया जाता है।कुंडली में पितृ दोष होने से जीवन में बहुत बाधाएं आती हैं और मांगलिक कार्यो विधिवत तरीके से नहीं हो पाता। इसलिए उनके कल्याण के लिए पितृ तर्पण, पिंडदान, श्राद्ध कर्म, अन्न-दान ,वस्त्र दान किया जाता हैl पितृ देव अमावस्या तिथि के मालिक हैं इसलिए इस दिन किए गए दान से पितरों को शांति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।कुंडली में पितृ दोष को भी शांति मिलती हैl जिससे सुख समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है।

  हरियाली अमावस्या पर लगाएं पौधे 

 

  1. इस दिन प्रकृति की रक्षा के लिए वेदों के अनुसार स्कंद पुराण के अनुसार पेड़ पौधे ,वृक्ष लगाने का बहुत ही महत्व बताया गया हैl इसलिए इन तरह-तरह के पेड़ पौधे लगाए जाते हैं l जिनसे कई तरह के फायदे होते हैं.
  2. जो लोग धन पाना चाहते हैं या नौकरी व्यापार में उन्नति करना चाहते हैं उन्हें तुलसी, आंवला और बेलपत्र का वृक्ष लगाना चाहिए.
  3. बेहतरीन स्वास्थ्य के लिए ब्राह्मी आंवला, सूरजमुखी नीम और अर्जुन का पेड़ लगाना चाहिए.
  4. संतान प्राप्ति  या संतान के अच्छे भविष्य के लिए केला नागकेसर और अश्वगंधा का पेड़ लगाना चाहिए।वहीं बुद्धि और ज्ञान प्राप्ति के लिए शंखपुष्पी का पेड़ लगाना चाहिए
  5. पितरों की शांति के लिए और हर प्रकार का वैभव प्राप्त करने के लिए पीपल और बरगद का पेड़ लगाना चाहिए

 

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