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कांग्रेस पार्टी का अगला अध्यक्ष कौन?राहुल या गहलो

 कांग्रेस का अगला केंद्रीय अध्यक्ष कौन? सोनिया,राहुल या फिर अशोक गहलोत?सस्पेंस बरकरार!

नेशनल डेस्क- स्वतंत्र भारत के पहले की राजनीतिक पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है। दो पंचवर्षीय से संगठनात्मक सुप्तावस्था में चली गई पार्टी अब नए कलेवर में आने को बेताब हो रही है। बेताबी नेशनल प्रेसिडेंट के इलेक्शन को लेकर है। एक तरफ पार्टी के भीतर ही बगावत के सुर आक्रामक हैं गैर गाँधीयन को पार्टी अध्यक्ष बनाने को लेकर,जिसमे कुछेक नाम उछले हैं,अशोक गहलोत उनमें से प्रमुख एक हैं। लेकिन राहुल के पूर्व से ही एलान-ए-शब्द हैं कि वे खुद अध्यक्ष पद नहीं संभालना चाहते हैं।  वे अभी भारत जोड़ो की लंबी यात्रा पर कदमताल कर भारत के लोगों को जोड़ रहे हैं.ऐसे में पार्टी की निष्पक्षता पर भी उंगली उठती नजर आ रही है।

कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर खबर आ रही है। खबरों की मानें तो राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ सकते है। बताया जा रहा है कि इसके लिए 26 से 28 सितंबर के बीच अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं।

इसी बीच राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के करीबी सूत्रों का कहना है कि वह कांग्रेस अध्यक्ष के लिए दौड़ने के बारे में सोचने के बजाय राहुल गांधी को ऐसा करने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं। वह सोनिया और राहुल गांधी के वफादार सिपाही हैं।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी व अशोक गहलोत वर्तमान मुख्यमंत्री राजस्थान
राजस्थान, गुजरात और छत्तीसगढ़ के बाद आज तमिलनाडु, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर और बिहार तथा मुंबई की कांग्रेस इकाइयों ने प्रस्ताव पारित कर कहा कि राहुल गांधी को एक बार फिर से पार्टी की कमान संभालनी चाहिए।
कई प्रदेश कांग्रेस कमेटियों ने यह प्रस्ताव उस समय पारित किया है जब मंगलवार को कांग्रेस की प्रदेश इकाइयां यह प्रस्ताव पारित कर कहा कि कांग्रेस के अगले अध्यक्ष को इसके लिए अधिकृत करें कि वह नए प्रदेश अध्यक्षों और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के डेलीगेट की नियुक्ति करें। राहुल गांधी ने इस महीने की शुरूआत में कहा था कि उन्होंने फैसला कर लिया है, लेकिन अपनी योजनाओं का खुलासा नहीं करेंगे।
राहुल नही लड़ना चाहते चुनाव?
उन्होंने यह भी कहा था कि यदि पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए वह आगामी चुनाव नहीं लड़ेंगे तो वह इसके कारण बता देंगे। राहुल की टिप्पणी को पार्टी में इस संकेत के तौर पर देखा गया है कि वह पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने को इच्छुक नहीं है। हाल के दिनों में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने कहा है कि राहुल के पार्टी अध्यक्ष नहीं बनने पर भी पार्टी में गांधी परिवार का विशेष स्थान बना रहेगा।

राहुल की स्वीकार्यता ज्यादा

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष के चयन के लिए आम सहमति का रविवार को समर्थन किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पार्टी के अध्यक्ष हों या नहीं हों, उनका पार्टी में हमेशा ”विशेष स्थान” रहेगा क्योंकि पार्टी के आम कार्यकर्ताओं में उनकी ”स्वीकार्यता” है।
19 अक्टूबर को होगा फैसला
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अधिसूचना 22 सितंबर को जारी की जाएगी और नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितंबर तक चलेगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि आठ अक्टूबर है। एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को मतदान होगा। नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किये जाएंगे।

बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव नजदीक आने के साथ ही पार्टी के भीतर राहुल गांधी को एक बार फिर से अध्यक्ष बनाने की मांग तेज हो गई है। इसी क्रम में सोमवार को भी सात प्रदेश कांग्रेस कमेटियों समेत पार्टी की आठ स्थानीय इकाइयों ने राहुल गांधी के समर्थन में प्रस्ताव पारित किए।

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