रमेश नैयर होना कोई आसान बात नही.पत्रकारीय मूल्यों की पहचान थे नैयर साब,82 वर्ष की आयु में हुआ निधन,सीएम ने घर पहुंच जताया दुःख,व्यक्त किये संवेदना.
राष्ट्रीय स्तर पर पत्रकारिता में शुमार था रमेश नैयर का नाम.राज्य व राष्ट्र की मूड की तासीर को अपनी कलम की धार से उजागर करने वाले छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार रमेश नैयर की लंबी अस्वस्थता के चलते 82 वर्ष की आयु में निधन.
रायपुर – राज्योत्सव के दूसरे दिन यानी 2 नवम्बर 2022 जब छत्तीसगढ़ अपना 22 वाँ स्थापना दिवस मना रहा है. अखबार के पन्नो में राज्य अलंकरण और छत्तीसगढ़ी स्वरूपों,लोककलाओं और परंपराओं से सजी सतरंगी छटाओं के साथ मंचीय कला व सम्मान की सुर्खियां गढ़ी जा रही हैं .वहीं राज्य का एक माँ सरस्वती के वरदायी पुत्र का इस धरा से अंतिम विदा ले लेने की खबर मन को स्तब्ध व व्याकुल कर देती है.
82 वर्ष में वरिष्ठ पत्रकार रमेश नैयर का निधन
वनांचल की प्रखर आवाज व दमदार निष्पक्ष लेकिन सारगर्भित पत्रकारीय जगत के पुरोधा छत्तीसगढ़ के गौरव श्री रमेश नैयर जी अब स्वर्गीय हो गए. 10 फरवरी 1940 को जन्मे नैयर जी ने 82 वर्ष की आयु में स्वर्गवासी हो गए.रमेश नैयर जी पत्रकारिता जगत के प्रकाश थे,लगभग समाचार पत्रों में बतौर संपादक कार्य कर चुके रमेश नैयर प्रदेश की रफ्तार व संकट के समय मोचन की लेखनी चला कर दिशा-दशा का निर्देशन व मार्गदर्शन में अपनी भूमिका निभाते रहे हैं.
प्रदेश के राजनैतिक व पत्रकारीय जगत ने व्यक्त की शोक संवेदना-
2 नवम्बर को दोपहर अंतिम सांस थम गई और नैयर जी इस धरा धाम से विदा हो गए,लेकिन छोड़ गए अपनी अमिट यादें जो पत्रकारीय मूल्यों के लिए नायाब सीख होगी. नैयर जी के निधन पर राज्य की राज्यपाल अनुसुइया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,नेता प्रतिपक्ष व भाजपा अध्यक्ष सहित सभी बड़ी इकाइयों तथा पत्रकार संगठनों ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए यही कहा कि,रमेश नैयर जी महज प्रदेश के ही नहीं बरन देश के भी ख्यातिलब्ध पत्रकार थे,जिन्होंने हर स्तर पर प्रदेश को गौरवान्वित किया है अपनी लेखनी चलाकर. नैयर जी का निधन राज्य के लिए अपूरणीय क्षति है,यूं ही कोई रमेश नैयर नही बन जाता.देश-प्रदेश के राष्ट्रीय सुरक्षा व चिंतन के स्वरूपों को आकार देने का काम स्वर्गीय नैयर साब ने किया है.उन्हें यह प्रदेश हमेशा याद रखेगा.
इन समाचार पत्रों में चलाई अपनी कलम-
वरिष्ठ पत्रकार रमेश नैयर ने देश-प्रदेश में अपनी कलम का लोहा मनवाने वाले पत्रकारों में गिने जाते रहे हैं। उन्हें प्लानमेन मीडिया हाउस ने”रत्न—छत्तीस”के गौरव से भी सम्मानित किया था।’देशबंधु,’युगधर्म,एम पी क्रॉनिकल,लोक स्वर’ ‘ट्रिब्यून,संडे ऑब्जर्वर,और ,दैनिक भास्कर व हरिभूमि में लंबे समय तक उन्होंने अपने सेवाएं दी थी। बतौर संपादक और वरिष्ठ मार्गदर्शक की भूमिका में नैयर जी का सम्मान पत्रकारिता जगत में रहा है.
सीएम भूपेश बघेल ने व्यक्त की शोक संवेदना-
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नैयर जी के घर जाकर शोक सन्तिप्त परिवार जनों से मुलाकात की व नैयर के पार्थिव देह पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की.उन्होंने कहा कि,नैयर जी हमेशा ही हमे राजनीतिक दृष्टि से मार्गदर्शन करते रहे और राज्य की जनता का दर्द सामने रख प्रदेश का राजनीतिक मूड को समझाने में मेरा सहयोग किया है.यह एक तरफ से मेरी व्यक्तिगत भी क्षति है जो अपूरणीय है.