
बेमेतरा– जिले के साजा में हुए खूनी बारदात ने छत्तीसगढ़ में कानूनी व्यवस्था को तार तार कर दिया.इस वक्त राज्य में तनाव की स्थिति बनी हुई है.बेमेतरा जिले के साजा ब्लॉक में तनावपूर्ण स्थिति का आलम देखने को तब मिला जब आपसी झगड़े में एक 22 वर्षीय युवक की जान चली गई.दरअसल,घटना दो समुदायों के बीच उस वक्त घटी जब एक समुदाय दूसरे समुदाय के बीच शादी न करने की जागरूकता फैला रहा था.उसी वक्त दूसरे समुदाय के लोगों ने जागरूकता फैला रहे समुदाय के युवकों पर हमला कर दिया जिसमें एक 22 वर्षीय साहू युवक की जान चली गई.स्थिति काफी तनाव पूर्ण हो गई जिसमें जिला पुलिस ने बीच बचाव करने पहुंची तो गुस्साई भीड़ का सामना करते हुए पुलिस कर्मी भी लहूलुहान हो गए.मामला लव जेहाद का बताया जा रहा है.तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए साजा एसडीएम ने क्षेत्र में धारा 144 लगा दिया है.

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि, ईंट पत्थर चलने के साथ ही देखते देखते धारदार हथियार चलने लगे जिसमे एक साहू समाज के 22 वर्षीय युवक की जान चली गई.राज्य में कांग्रेस की सरकार है और गृहमंत्री भी साहू समाज से ही हैं.हालांकि,बीजेपी ने इसे कांग्रेस सरकार की लचर कानून व्यवस्था करार दिया है और प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया है तो वहीं कांग्रेस ने इसे लाश पर भाजपा की राजनीतिक गोटियां सेकने का आरोप लगाया है.खैर,राजनीति को परे रखते हुए यदि देखें तो यह सवाल जरूर खड़ा होता है कि आये दिन राज्य में इस तरह के हालात क्यों बनते जा रहे हैं जहां पर खूनी संघर्ष की नौबत बन रही है.
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए हिन्दू संगठनों ने आज छत्तीसगढ़ बन्द करने का एलान किया है.सुबह 5 बजे से इसका असर देखने को मिल सकता है.यह घटना साजा के बिरनपुर गाँव की है जहां दो समुदायों के बीच खूनी खेल खेला गया. इस मामले में पुलिस अधीक्षक बेमेतरा का कहना है कि पूरे गांव की नाकेबंदी कर दी गई है,ताकि तनावपूर्ण स्थिति को काबू किया जा सके और अब शांतिपूर्ण स्थिति बनी रहे.इसे भाजपा ने राज्य को तालिबान बनाने का कदम बताते हुए राज्य की कांग्रेस सरकार को कटघड़े में खड़ा किया है.

विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश को बन्द रखने की घोषणा की है.हालांकि पुलिस चप्पे चप्पे पर तैनात है.लेकिन राजनीति गरमा गई है.आग की लपटों की तरह फैली इस हिंसा से क्षेत्र में तनाव बना हुआ है लेकिन बिरनपुर गाँव के लोग घरों में कैद हैं क्योंकि पुलिस का पहरा जबरदस्त देखने को मिल रहा है.बेरिकेटिंग कर पुलिस किसी भी व्यक्ति या नेता को गाँव के अंदर घुसने से रोक दिया है.हालांकि इस घटना की प्रतिक्रिया में 11 लोगों को चिन्हित कर लिया गया है उन सब पर पुलिसिया करवाई जारी है.सभी आरोपी एक ही समुदाय के बताए जा रहे हैं.प्राप्त जानकारी अनुसार,घायल पुलिस कर्मियों व अन्य लोगों का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है.
