सच को सच न कहें तो क्या कहें.सत्ता व सियासत के बीच पिसती जनता की राय क्या है,जाने MCD का चुनाव जनता की नजर से.
भाजपा व "आप" की लड़ाई में कांग्रेस प्रत्याशी उमा शर्मा का दिखा जोर.कमल विहार की जनता ने उमा शर्मा पर जताया भरोसा.उमा शर्मा के साथ जनता ने भी कहा कि आ अब लौट चलें पुरानी पार्टी कांग्रेस की ओर
दिल्ली– कहा जाता है कि दिल्ली दिल वालों की है.लेकिन आलम यह है कि जब दिल ही नही बचेगा तो दिलवाले होंगे कहाँ?जी हाँ, दिल्ली में लगा कचरे का ढेर बदबूदार माहौल में रहने को मजबूर कर दिया है.हर मुहल्ले में लोग परेशान हैं,दुर्गंध व मलिन नालियों,सड़कों व बे-पानी मुहल्लों में लोग गुजर बसर करने मजबूर हैं.हकीकत बयां की जाय तो उत्तरी बाहरी दिल्ली का दिल बीमार है.यहां का हर नाला जाम है,गन्दगी,प्लास्टिक,कचरा से पटा नाला दुर्गंध दे रहा है.इसी गली से गुजर रहे हैं नेता,मंत्री और चुनावी कंडीडेट.
दिल्ली राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार है. अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री हैं.और नगर निगम में भाजपा की सरकार है.लेकिन जनता वोट डालने के लिए अब लाचार बनकर तमाशबीन बनी हुई है.बुराडी विधानसभा की बात की जाय तो मुकुंदपुर वार्ड 8,संत नगर वार्ड 9 इसकी दमदार बानगी बनकर उभरे हैं.हर गली में गन्दगी,हर नाली जाम है.
दिल्ली की द्वय सरकारें एक दूसरे पर इल्जाम लगा रही हैं कि यह उसका काम है वह उसका काम है.अरविंद केजरीवाल से जनता उम्मीद लगाए बैठी थी तो वहीं मोदी सरकार को स्वच्छ भारत अभियान की सरकार कही जाती रही लेकिन दोनों ने ठेंगा दिखाने के सिवा और कुछ नही किया.यह हम नही बल्कि वार्ड की आम जनता की राय है.
दिल्ली वाले पूर्व मुख्यमंत्री स्व.शीला दीक्षित सरकार को याद करते हुए कहते हैं कि जब कांग्रेस की सरकार थी तब न तो महगाई थी और न ही खौफ था और न ही इतनी ज्यादा किल्लत ही थी.अब महज वादे रह गए और जनता ठगी की शिकार हो गई है.सियासत दारों ने सिर्फ और सिर्फ चुनावी वादें और छलने की सांठ गांठ कर इस बार फिर से निगम के चुनाव में चोला बदलकर उतरे हैं.फ्री पानी व बिजली का वादा कर बनी केजरीवाल सरकार ने पानी फ्री वार्ड बना दिया है.पानी खरीदकर पी रहे लोगों ने कहा कि पीने योग्य न तो पानी मिल रहा है और बिजली यदि 200 यूनिट से 1 भी यूनिट बढ़ गई तो पूरा बिल देना पड़ रहा है.मच्छरजनित बीमारियों से जूझती उत्तरी दिल्ली गंदे नालों से परेशान है.इससे निजात कब मिलेगी,कौन करेगा समस्याओं का हल इसका उत्तर नही मिल पा रहा है.
बिना तार के खंभे और बिना पानी का वार्ड,स्थानीय विधायक को ढूंढ रही जनता व्यक्त कर रही आक्रोश-
एक तरफ आम आदमी पार्टी कूड़े के पहाड़ को हटाने का जगह जगह वार्डों में जनसभा कर नुक्कड़ नाटक के जरिये वादा कर रही है,तो वहीं दूसरी ओर पार्टी के विधायक संजीव झा से लोग नाराज भी दिखे.संतनगर वार्ड की एक महिला ने अपना गुस्सा प्रकट करते हुए स्थानीय विधायक पर रोष व्यक्त किया है.यह हाल सिर्फ इस महिला का ही नही है बल्कि अधिकांश लोग दबी जुबान यही कह रहे हैं.अस्तित्व की तलाश कर रही कांग्रेस पार्टी भी अपना भविष्य एमसीडी के चुनाव में तलाश रही है.संत नगर वार्ड की कांग्रेस प्रत्याशी उमा शर्मा के जनसंपर्क अभियान प्रचार के समय यह वाकया हुआ जब एक मतदाता ने अपनी समस्या बताते हुए आक्रोशित होकर आम आदमी पार्टी के लोगों व मौजूद प्रधान पर आरोपों की झड़ी लगा दी. नीचे दिए हुए लिंक पर देख सकते हैं
उमा शर्मा ने शांत कराते हुए कांग्रेस को जिताने की अपील करते हुए विकास कार्य कराने का वादा किया और खुद को विजयी होने पर संबंधित समस्या का तत्काल निदान करने का भरोसा जताया.
बता दें,कि भाजपा व आम आदमी पार्टी के शोरगुल में कांग्रेस पार्टी को विकल्प के रूप में देखा जा रहा है.वार्ड के कमल विहार वेस्ट के लोगों ने कहा कि कांग्रेस गरीबों,जरूरतमंदों व वंचितों के साथ ही सर्वसमाज का ख्याल रखती थी अब फिर से लगता है कि झूठे वादों से ऊब कर पुरानी पार्टी पर ही भरोसा करना पड़ेगा.महिलाओं का हुजूम लेकर साथ चल रहीं उमा शर्मा को समर्थन मिलने लगा है,कहीं ऐसा न हो कि सत्तासीन दोनों पार्टियों के बीच मचे घमासान में कांग्रेस की उषा शर्मा बाजी मार ले जाएं.हालांकि कमल विहार व पिंकी कालोनी के अंदर खाने में कांग्रेस की उमा शर्मा की चर्चा जोरों पर है.