तिरंगे को संभाल कर रखने हेरिटेज ने शुरू किया “तिरंगा कलेक्शन सेंटर” राष्ट्रध्वज को इधर उधर न फेंकने,संचालक ने कीअपील
दुर्ग के हेरिटेज में जमा करें तिरंगा,जमीन पर इधर उधर बिखरने न दें . स्कूल प्रबंधन ने तिरंगा के सम्मान में खोला “तिरंगा कलेक्शन सेंटर”. लोगों से की गई है अपील-सड़क,गली,अन्य किसी भी जगह यदि तिरंगा विक्षिप्त अवस्था मे दिखे तो उसे हेरिटेज स्कूल में करें जमा,तिरंगा को ससम्मान रखने की गई है व्यवस्था..
दुर्ग / (छत्तीसगढ़ ) – देश काअनुशासन,स्वाभिमान व गौरव का राष्ट्र आचरण प्रकट करता है ‘तिरंगा‘ । 15 अगस्त को बड़े धूम धाम से करोड़ों भारतीयों ने “हर घर तिरंगा”अभियान के तहत राष्ट्रीय ध्वज को अपने दफ्तरों,घरों,गाड़ियों वव्हाट्सप,फेसबुक के डीपी तक मे लगाकर भारतीय होने का गर्व हासिल तो किया,लेकिन करोड़ों झंडे अब क्या होंगे इस पर भी चिंता व विचार करना शुरू हो गया है। हालांकि पहले से अब में तिरंगा लहराने के नियम में शिथिलता बरती गई है। अब कोई भी भारतीय अपने घरों पर तिरंगा सम्मान के साथ ,24 घन्टे फहरा सकता है।
बात है,बारात विदा हो जाने के बाद,समान को समेटने की जिम्मेदारी की,यह जिम्मेदारी बड़ी महत्वपूर्ण होती है। 15 अगस्त बीत गया आजादी का पर्व भी संपन्न हो गया,अब व्यक्ति की भावना आम दिन की तरह काम काज में रत हो गई। जो झंडे घरों पर ,दुकानों पर,पेड़ों व अन्य मुख्य सड़कों पर लगे थे वे जमीन पर न गिरें,बचाने हेतु निकाल कर ससम्मान रखने की जरूरत है। और यही सहेजने वाली जिम्मेदारी बड़ी है। इस जिम्मेदारी को वही निभा सकता है जिसके अंदर वाकई देश भक्ति का जज्बा व आदर है।
भारतीय झंडा संहिता के अनुसार, अगर आपको लगता है कि झंडा फट गया है या फहराने लायक नहीं है तो इसे दफना दें या फिर जला दें. इस बात का खास ख्याल रखा जाए कि नेशनल फ्लैग का अपमान ना हो. इसके अलाव कई संगठन झंडा वापस लेने की मुहिम चला रहे हैं तो अगर आप ऐसा करना चाहें तो उन्हें भी दे सकते हैं. जैसे दुर्ग भिलाईं में हेरिटेज स्कूल मुहिम चला रहा है।
दुर्ग के हेरिटेज ने तिरंगे के सम्मान में खोला “फ्लैग रिटर्न टैग सेंटर” –
छत्तीसगढ़ के दुर्ग में स्थापित हेरिटेज इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल ने यह जिम्मेदारी निभाने आगे आया है। स्कूल में एक कमरा ऐसा संरक्षित कर दिया गया है जिसमे लोग तिरंगा वापस सम्मान से रख सकते हैं। स्कूल के डायरेक्टर बृजमोहन उपाध्याय ने बताया कि, 15 अगस्त को तिरंगा झंडा हर जगह लगभग व्यक्तियों के हाथों में दिखा,अब सड़कों पर न फेंका मिले, इसलिए हम लोगों से अपील करते हैं कि जिन्हें भी कहीं तिंरगा इधर उधर मिलता है और उसे सहेजकर रखने की परेशानी समझ मे आ रही है,तो वे निसंकोच हेरिटेज पब्लिक स्कूल बायपास रोड दुर्ग में लाकर जमा कर सकते हैं। हालाकिं लोगों को यह चाहिए कि तिरंगे को संभालकर रखें। हेरिटेज में जो लोग तिरंगा जमा करते हैं उनका बकायदा नाम,पता और संपर्क नम्बर साथ ही जमा किये गए झंडे की संख्या भी लिखी जाएगी।
ध्वज को संभालकर,सहेजकर रखने की व्यवस्था विद्यालय में की गई है। उपाध्याय ने बताया कि तिरंगा हमारा गौरव,गर्व अभिमान व राष्ट्रीय धरोहर है इसकी रक्षा करना हमारी परम् नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि, आने वाले स्वस्न्त्रता या गणतंत्र दिवस पर तिरंगे की जरूरत पड़ेगी,उस वक्त यह तिरंगा काम आवेगा। बृजमोहन ने जनहित में लोगों से अपील की है कि, यदि झंडा कहीं गिरा है तो उसे नजरअंदाज न किया जाय, सड़क पर पड़े झंडे को सावधानी पूर्वक उठाएं जमीन पर इधर उधर पड़े अवस्था मे कोई भी व्यक्ति वीडियो न बनाये और न ही उसे वायरल करें। प्रशासन को भी इस विषय पर चेतावनी सन्देश प्रसारित करना चाहिए। ताकि लोग गलत हरकत तिरंगे के साथ न कर सकें। तिरंगा हर देशवासी का आदर,सम्मान व बलिदानी व स्व संकल्प है।
इस तरह झंडे को समेट कर कोई भी सुरक्षित स्थान पर रख दें. ये आपकी जिम्मेदारी है कि आपके घर में या आस-पास झंडे का अपमान ना हो. अगर कोई झंडे का अपमान करते हुए उसका दुरुपयोग करते हुए पाया जाता है तो तीन साल तक की जेल हो सकती है.