रायपुर– जंगे आजादी में सब जायज था लेकिन अब न तो आजादी की जंग है और न ही देश गुलाम.फिर भी जंग छिड़ी हुई है पर जुबानी.पलटवार की राजनीति गरमाई है,गोबर और गौठान योजना की सच्चाई कागजों से निकलकर सड़क पर आ गई है.और यह रार सुनाई दे रही है कथित भ्रष्टाचार की जो छःत्तीसगढ़ का हाल-ए-हाल बयां करता है.
भारतीय जनता पार्टी ने शराब घोटाले के बाद एक बार फिर से राज्य की भूपेश सरकार को घेरने की फुल तैयारी में है.एक ओर जहाँ पूरे देश मे छःत्तीसगढ़ सरकार की अनोखी योजना “गोधन न्याय योजना” की सराहना हो रही थी,वहीं दूसरी ओर अब इस योजना की पोल खोलने विपक्षी लोग आमादा हो गए हैं.गाँव ग्रामीण,गौपालक व स्वसहायता समूहों को फायदा देने वाली सरकार अब खुद घिरने लगी है.
बता दें कि,छःत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने गौ पालकों व किसानों की आय बढ़ाने के लिए छःत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना की शुरुवात राज्य के पहले त्योहार हरेली के दिन 20 जुलाई सन 2020 में किया था.यह अपने आप मे पहली ऐसी योजना थी जिसकी सराहना देश भर में हुई थी.गौ रक्षा व गौ संवर्धन को समर्पित यह योजना किसानों,गौ पालको व महिला समूहों के लिए बरदान साबित हो रही थी,आर्थिक स्थिति को मजबूती का आधार सरकार ने बताया था.लेकिन महज 2 साल के बाद ही इसकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा हो गया.जब विपक् की भारतीय जनता पार्टी ने इस योजना को भ्रष्टाचार की जननी करार देने लगी.भाजपा ने सरकार की पोल खोल अभियान में इसको शामिल कर “चलबो गौठान खोलबो पोल” के तहत गौठान में जाकर व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है.
एक तरफ शराब घोटाले पर रार मची हुई है.ईडी ने दो हजार करोड़ रुपये की हेराफेरी पर खुलासा करते हुए नेताओं और अधिकारियों पर शिकंजा कसा है तो वहीं अब दूसरी ओर गौठान को विपक्ष ने निशाना बनाया है.भाजपा के बड़े नेता व पूर्व मंत्रियों ने गौठनों में जाकर वहां की अव्यवस्थाओं की कलई खोलने में लगे हैं.कहा जा रहा है कि चारा पानी और शेड की अधिकांश गौठानों में कोई व्यवस्था नही है.करोड़ों रुपये इसी व्यवस्था के नाम पर कांग्रेसी सरकार के नुमाइंदों ने इधर उधर किया है.यह आरोप भारतीय जनता पार्टी लगा रही है.गौरतलब यह है कि आगामी कुछ महीनों में छःत्तीसगढ़ में विधान सभा चुनाव है.सियासत का बाजार गर्म है.इसे राजनीति से जोड़ कर देखा जा रहा है.कांग्रेस ने भी पलटवार करते हुए यह कहा कि भारतीय जनता पार्टी की जब राज्य में सरकार थी तब सैकड़ों गायों की मौत भूख से हुई थी,उस वक्त को बीजेपी याद करे,अपने जुर्म को छुपाने की जो नाकामयाब कोशिश बीजेपी कर रही है वह छःत्तीसगढ़ की जनता समझती है,भूपेश पर पूरा भरोसा है इसलिए सत्ता का सुख अभी बीजेपी नही भोग पाएगी.यह पलटवार कांग्रेस के नेताओं ने किया है.फिलहाल अभी तक कोई भी आधिकारिक पुष्टि घोटाले की नही की जा सकी है.गौठान निरीक्षण जारी है,जिलेवार जहां भी जिस भी गांव में या नगरीय निकायों में गौठान बना हुआ है वहाँ भाजपा दौरा कर कमी खोजने में लगी हुई है.भूपेश बघेल की विश्वसनीयता पर अभी कोई विशेष आंच न आना इस बात का संकेत है कि राज्य में ग्रामीण इलाकों में भूपेश का भरोसा कायम है.