राजकोट– गुजरात मे ब्रिटिश जमाने से बना झूला पुल सस्पेंशन ब्रिज के केबल तार टूटने से लगभग 141 लोगों के गिरने से मौत की खबर सामने आई थी .यह हादसा तब हुआ जब रविवार की छुट्टी मनाने लोगों ने इस पर चढ़कर नदी के ऊपर लुत्फ उठा रहे थे. इसे लक्ष्मण झूला भी कहते हैं.बहुत दिनों से बन्द पड़ा यह झूला पुल 28 अक्टूबर से खोला गया था.यह गुजरात के मोरबी शहर में माछू नदी पर बना था.
गुजरात के मोरबी में सस्पेंशन ब्रिज के गिरने के मामले की अदालती सुनवाई के दौरान कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं.
शहर की पहचान कहे जाने वाले सस्पेंशन ब्रिज को कई सालों के बाद आम लोगों के लिए खोला गया था. रविवार को पर्यटकों से भरा ये पुल गिर गया. इस भयानक दुर्घटना में अब तक मरने वालों की 135 हो गई है.
माच्छू नदी पर बना ये पुल स्थानीय लोगों के बीच एक आर्कषक पर्यटन स्थल था. आस-पास के इलाक़ों से कई लोग इसे देखने के लिए जमा हुए थे.
इस मामले के अभियोजन पक्ष ने अदालत को एक फ़ोरेंसिक रिपोर्ट के हवाले से बताया गया कि ब्रिज की फ़्लोरिंग तो बदली गई थी पर जिन केबलों पर वो टिका था उन्हें नहीं बदला गया था. हालांकि 4 लोगों को जेल भेजा जा चुका है,अन्य से पूंछतांछ जारी है. जिम्मेदार ओरेवा ग्रुप के 4 अधिकारियों को जेल भेज दिया गया है.शाम के वक्त गिरते झूला ब्रिज में 4 से 5 सौ लोग मौजूद थे.मरने वालों में बच्चे भी शामिल हैं.ओरेवा
मुख्य बिंदु-
- गुजरात के मोरबी शहर में माच्छू नदी पर बना झूला ब्रिज टूटा
- हादसे में कम से कम 141 लोगों के मौत हुई
- 6 महीने बंद रहने और मरम्मत के बाद 28 अक्तूबर को फिर से खुला था पुल
- त्यौहारों की छुट्टियों और रविवार की वजह से थी भारी भीड़
- सेना भी बचाव कार्य में जुटी, एनडीआरएफ़ और एसडीआरएफ़ की टीमें भी मौजूद
- प्रबंधन के ख़िलाफ़ दर्ज किया गया मुक़दमा