योगी के राज में भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं इसके असली हकदार!कौन खा गया इनके हक का पैसा-देखें ग्राउंड रीयल्टी..अंत तक
जनपद के कोरांव क्षेत्र व मेजा क्षेत्र के ग्रामीणों में आज भी दर्द व्याप्त है। स्थानीय नेताओं व सरकारी अधिकारियों की लापरवाही व उदासीनता का दंश झेल रहे ग्रामीण अपनी आपबीती बता रहे हैं।khabartimes की सहयोगी मीडिया स्टोरिजइण्डिया को.जो स्थिति तब थी वही हालत मसलन आज भी है।
ग्रामीण क्षेत्र का प्रयागराज-सुने आप बीती,नीचे दिए लिंक को करें ओपन…आज भी तरस रहे पानी को!
प्रयागराज -” हमरे घरे सड़क तक सड़क नाही बा,कैसे आये दुलही,पानी के समस्या अबउ बा,बहुत दूर से पानी लियाये पड़त ह। इंहा क विधायक नाही सुनतेन और न त कौनो अधिकारी आएन,समस्या त बहुत बा का का बताई”! यह आंखों देखी और उन्ही की जुबानी आपको बताया जा रहा है जो आप खुद देखेंगे। यह बात अभी हाल की ही बीती गर्मी की है जब राज्य में विधानसभा चुनाव था। तब और अब में कोई अंतर नही आया।
प्रयागराज से महज 50 किलोमीटर की दूरी पर बसा सिरियारी गाँव आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। गाँव की यह बस्ती कोहरान बस्ती के नाम से जानी जाती है। इस बस्ती में पेयजल की समस्या है,पहुंच मार्ग की समस्या व राशन वितरण में अनियमितता है । कोरांव तहसील से केवल 5-7 किलोमीटर की दूरी पर है यह गाँव.अधिकारी व जनप्रतिनिधियों की आवाजाही विशेष पर्व पर ही संभव होती होगी खास कर चुनाव के समय.यह केवल एक बानगी है। कोराव व मेजा ब्लॉक में कई ऐसे गाँव हैं जहां की अभी भी कई समस्यायें हैं,जिनका निजात मिलना आवश्यक है। सरकारी योजनाएं दम तोड़ती नजर आयेगीं,उसे भी जल्द आपके समक्ष लाया जाएगा.हालांकि प्रशासन संज्ञान लेकर इस गाँव मे ग्रामीणों की समस्या को सुनकर उसका हल निकाले यही सार्थकता होगी। रियलिटी जानने के लिए यहां क्लिक करे
https://youtu.be/bIRnOsm9lQU सिरियारी की ग्राउंड रियलिटी..आंखों देखी ग्रामीणों की जुबानी,सच की खोज