शाला प्रवेशोत्सव पर सीएम ने दंडकारण्य को दी शिक्षा की सौगात
260 विद्यालयों से लगभग 11 हजार बच्चों का निखरेगा भविष्य
रायपुर– गर्मी की छुट्टी के बाद अब स्कूल खुल गए हैं। आज से इसकी शुरुवात हुई। शासकीय विद्यालयों में शाला प्रवेश उत्सव के माध्यम से बच्चों का प्रवेश कराया गया। इस सत्र में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा कदम उठाया है। दण्डकारण्य के बस्तर संभाग के लगभग चार जिलों में वर्षों से बन्द पड़े स्कूलों को दोबारा खोल कर सुदूर नक्सली क्षेत्र के बच्चों को शिक्षा की नई सौगात दी है। मुख्यमंत्री ने इसकी वर्चुअल शुरुवात वीडियो कांफ्रेंस के जरिये की। मुख्यमंत्री निवास कार्यालय से दोपहर लगभग 1.30 बजे वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश के स्कूलों में शाला प्रवेश उत्सव का शुभारंभ किया गया।
260 स्कूलों में 11 हजार बच्चे होंगे लाभान्वित- चार जिलों के लगभग 260 स्कूलों का बन्द ताला खोलकर 11 हजार बच्चों को शिक्षा का लाभ पहुंचाने की इस बड़ी पहल को शिक्षा जगत में एक नई कीर्तिमान की स्थापना माना जा रहा है। राज्य में ही नही बल्कि देश भर मे शिक्षा के क्षेत्र में यह बड़ा कदम है । 260 स्कूलों की लिस्ट में बीजापुर जिले की 158,सुकमा के 97,नारायणपुर के 4,और दन्तेवाड़ा का 1 स्कूल शामिल है। इन सभी स्कूलों को मिलाकर 11 हजार बच्चे लाभान्वित होंगे।
इसकी जानकारी सीएम ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पालकों को दी जिससे सुदूर वनांचल के पालकों के चेहरे खुशी से चमक उठे क्योंकि अब उनके बच्चे शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। इस नई पहल का स्वागत करते हुए बच्चों व पालकों ने मुख्यमंत्री को दिल से धन्यवाद दिया। छत्तीसगढ़ महतारी एवं आत्मानंद के चित्र पर मालार्पण कर कार्यक्रम की शुरुवात करते हुए सीएम ने कुछ बच्चों से बात भी की। स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव ने बताया कि स्कूल खोलने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया जा चुका है। हालांकि कोरोना के मद्देनजर सुरक्षा व सावधानी रखनी जरूरी है।