हलाल लिखे प्रोडक्ट पर छत्तीसगढ़ सरकार लगाए पूर्ण प्रतिबंध – हिन्दू जन जागृति समिति
संत व हिंदूवादी संगठनों ने बताया,हलाल वाले प्रोडक्ट की कमाई से हो रहा है देश को खतरा,ऐसे पदार्थों को बंद करे सरकार
रायपुर (छत्तीसगढ़)- छत्तीसगढ़ में हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट को बैन करने हिंदू-निष्ठ संगठनों ने उठाई आवाज.
छत्तीसगढ़ सरकार तत्काल प्रभाव से पूर्ण प्रतिबंधित करे हलाल लिखा प्रोडक्ट।
(मुख्य विंदु)-
1.संत समाज व हिंदूवादी संगठनों का हलाल पर दिखा गुस्सा.
2.यूपी सरकार की तरह ही छत्तीसगढ़ सरकार भी तत्काल करे हलाल प्रमाणीकरण पदार्थों को बैन।
3. प्रोडक्ट के कवर पर मुनाफा कमाने को लेकर किया जा रहा फर्जीवाडा।
4. हिन्दू जनजागृति समिति ने हलाल सर्टिफिकेट जारी करने वाली फर्जी संस्थाओं की खोली पोल,जताया विरोध
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से हिन्दू जनजागृति समिति ने अन्य हिंदूवादी संगठनों को साथ लेकर फर्जी हलाल प्रमाणीकरण के खिलाफ हमला बोला है। बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस लेकर समिति के पदाधिकारियों ने यह मांग की है कि जिस तरह से यूपी की योगी सरकार ने फर्जी तरीके से चल रहे हलाल सर्टिफिकेशन के खिलाफ पूर्ण प्रतिबंध उत्तरप्रदेश में लगाया है,उसी प्रकार से छत्तीसगढ़ में भी पूर्ण प्रतिबंध इस पर लगाना चाहिए। हालांकि,मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने संसद में इस बारे बयान जारी करते हुए कहा कि, “हलाल सर्टिफिकेट केवल शासन स्तर पर ही दिया जा सकता है”.अन्य कोई भी संगठन सर्टिफिकेट देने का अधिकारी नही है,फिर भी कई ऐसी संस्थाएं हैं जो धड़ल्ले से फर्जीवाड़ा कर खाद्य पदार्थों पर भी हलाल सर्टिफिकेट जारी कर करोड़ों रुपयों का मुनाफा कमा कर उस कमाई को भारत के विरुद्ध षड्यंत्र रचने में लगे संगठनों को भेजती हैं। यह जानकारी हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र राज्य संगठक सुनील घनवट ने पत्रकार वार्ता मे दी। और साथ ही यह मांग किया है कि,यूपी सरकार की तर्ज पर छत्तीसगढ़ राज्य में यहां की सरकार भी हलाल प्रोडक्ट को पूर्ण प्रतिबंधित करे। हलाल प्रमाणपत्र जारी कर की जाने वाली करोड़ों रुपयों की अवैध वसूली का दस्तावेज भी पत्रकारों को दिखाया और बताया कि यह पैसा ऐसे आतंकवादी संगठनों को जाता है जो देश मे अशान्ति फैलाते हैं। पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए पाटेश्वर धाम के संत बालकदास महराज ने तत्काल प्रभाव से हलाल अर्थव्यवस्था पर प्रतिबंध लगाने राज्य की नई सरकार से मांग की है और कहा कि राज्य के सभी संत व हिंदूवादी संगठन इस मामले में एकजुट हैं,सरकार को इस ओर तुरंत ध्यान देना होगा। इस दौरान,नीलकंठ सेवा संस्थान के पंडित नीलकंठ त्रिपाठी,मिशन सनातन के संस्थापक मदन मोहन उपाध्याय, राष्ट्रसेविका समिति की प्रान्त सहसंयोजिका ज्योति शर्मा,बजरंग दल के अंकित द्विवेदी,विशाल ताम्रकार, हिन्दू जनजागृति समिति के छत्तीसगढ़ के समन्वयक हेमंत कानस्कर व मंगेश खंगन उपस्थित थे।
*क्या है हलाल सर्टिफिकेशन-*
‘हलाल सर्टिफिकेशन’ को इस बात की गारंटी माना जाता है कि संबंधित प्रोडक्ट को मुस्लिमों के हिसाब से बनाया गया है। यानी उसमें किसी तरह की मिलावट नहीं है और उसमें किसी ऐसे जानवर या उसके बाय-प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं हुआ है, जिसे इस्लाम में ‘हराम’ माना गया है। आम तौर पर हलाल सर्टिफिकेशन वेज और नॉन-वेज दोनों तरह के प्रोडक्ट के लिए होता है।
*सर्टिफिकेशन कौन करता है?*
मुस्लिम आबादी वाले देशों में किसी कंपनी को खाने-पीने का सामान बेचना होता है, तो वह ‘हलाल सर्टिफिकेशन’ लेती है। दुनियाभर में कई इस्लामिक देशों में सरकार द्वारा हलाल सर्टिफिकेशन किया जाता है। हालांकि भारत में FSSAI (भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण) सभी खाद्य पदार्थों का सर्टिफिकेशन करता है लेकिन वह हलाल सर्टिफिकेशन नहीं देता है।
फिर भी भारत में कुछ प्राइवेट कंपनियां हलाल सर्टिफिकेशन देती हैं। इन कंपनियों में हलाल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, हलाल सर्टिफिकेशन सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, जमीयत उलेमा ए हिंद और जमीयत उलेमा ए हिंद हलाल ट्रस्ट शामिल है।
*किसने क्या कहा*
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*पंडित नीलकंठ त्रिपाठी ने कहा,* ‘हलाल उत्पादों से मिलने वाला धन राष्ट्रीय सुरक्षा पर संकट है ! इसके बारे में हम लगातार जागृति कर रहे हैं ! जब तक हलाल अर्थव्यवस्थापर पूर्ण प्रतिबंध नही लगता, तब तक ये आंदोलन जारी रहेगा ! मदनमोहन उपाध्याय ने कहा,”छत्तीसगढ में पिछले दो-ढाई साल से लगातार हिंदू जनजागृती समिति, बजरंग दल, मिशन सनातन और पुरा संत समाज इस बारेमे जागृती कर रहा है ,यह जागरण कार्य तब तक चलता रहेगा जब तक कि सरकार इस पर संज्ञान लेकर मांगो के अनुरूप फैसला नही ले लेती।