CBSE Result 2023 Open सेंट्रल डेस्क– केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड(CBSE) ने कक्षा 12 का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है.इस बार लड़कियों ने बाजी मारी हैं.परीक्षा में कुल पास प्रतिशत ८७.३३ रहा.जिसमे ९०.६८ प्रतिशत लड़कियों का तथा ८४.६४ प्रतिशत लड़कों का उत्तीर्ण परिणाम रहा.
इसकी जानकारी देते हुए सीबीएसई की चेयरपर्सन निधि छिब्बर ने बताया कि,सीबीएसई बोर्ड की १२वीं का परीक्षा परिणाम आज घोषित कर दिया गया है.जिसमे कुल ८७.३३ प्रतिशत परीक्षार्थी पास आउट हुए हैं.लड़कियों के पास होने का प्रतिशत ज्यादा रहा.उन्हीने यह भी कहा कि सीबीएसई टॉपर की लिस्ट अलग से जारी नही करती.इससे बच्चों में कमतरी का सन्देश जाता है। इसलिए शिक्षा की गुणवत्ता पर ज्यादा फोकस किया जाता है.
अनुत्तीर्ण बच्चे अपने को न समझें कमजोर.मार्कशीट से इतर भी कैरियर की अपार संभावनाएं.
शिक्षा का तातपर्य महक अंक हासिल कर लेना नही है,बरन जीवन को कैसे जीना है यह भी है.सीबीएसई बोर्ड का रिजल्ट निकल चुका है.उत्तीर्ण-अनुत्तीर्ण का प्रतिशत भी डिसाइड हो गया पढ़ाई का अंक कागज में छप कर अंकसूची के रूप में मिल जाएगा.लेकिन वे बच्चे मायूस हो जाते हैं जो परीक्षा पास नही कर पाए.यह तो स्कूल की परीक्षा है असली परीक्षा तो जीवन की पास होनी है,जिनमे मार्कशीट की नहीं बल्कि अनुभव,सद्चरित्र,धैर्य और धर्म की जरूरत होती है,बच्चों को इस वक्त जो हुआ उस पर संतोष करना चाहिए.अपने आप में कमतरी का भाव न आने दें और न ही कोई ऐसा कदम उठाएं जिससे जीवन की हार हो.कैरियर किसी भी फील्ड में बनाया जा सकता है.खेल,संगीत,सोसल,युट्यूबर,नृत्य आदि में बड़ी सँभावना है.इस बात विषय पर हेरिटेज इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर बृजमोहन उपाध्याय का कहना है कि,बच्चों में अपार क्षमता होती है.सीबीएसई का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया गया है,कुछ उत्तीर्ण और कुछ अनुत्तीर्ण हुए हैं उन्होंने कहा कि अनुत्तीर्ण होने पर घबराएं नहीं बल्कि साहस का परिचय दें.उन्होंने कहा कि ,अपनी क्षमता को पहचानें और आगे बढें.जब मन अशांत हो उस वक्त अपने होने का अनुभव करना चाहिए और भगवान की आराधना के साथ बड़े बड़े महापुरुषों को पढ़ना चाहिए,जिन्होंने कई बार असफल होकर जीवन मे सफल हुए हैं,इतिहास रचा है.जरूरी नही की आप एक ही बार मे सफल हो जाएं,कभी कभी असफलता आगे की बेहतर सफलता का सन्देश लेकर आती है.जो बच्चे इस बार परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो गए हैं वे निराश न होकर आगे सफलता पर ध्यान दें.ऐसे समय मे माता पिता को बच्चों का हौसला अफजाई कर उनके साथ रहना चाहिए और उनका मोरल सपोर्ट करना चाहिए.