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माफिया अतीक अहमद को मिट्टी में मिलाने गरजा बाबा का बुलडोजर

प्रयागराज में हुई उमेश पाल की हत्या को लेकर शख्त योगी सरकार की तेज हुई पुलिसिया कार्रवाई

प्रयागराज– उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में जब गरज कर कहा था कि”माफिया को मिट्टी में मिला दूंगा”तब विपक्ष ने इस शब्द पर ऐतराज किया और आरोप लगाया कि यह अंदाज फिल्मों में डायलॉग जैसा है जो कि सीएम को शोभा नही देता.यह आपत्ति और किसी ने नही बल्कि सदन में नेता प्रतिपक्ष सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने की थी.लेकिन योगी ने जो कहा वह धरातल पर दिखने लगा.चर्चा का सन्दर्भ प्रयागराज में घटित हुई गोलीकांड की घटना थी,जिसमे 2005 में किये गए बीएसपी विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल व उनके दो गनरों की जान चली गई थी. योगी आदित्यनाथ जीरो टॉलरेंस के प्रतीक माने जाते हैं और राज्य में माफियाओं के काल के रूप में जाने जाते हैं.उनकी पहचान बुलडोजर वाले बाबा के रूप में भी है,माफिया राज का अंत करने उनकी बुलडोजर नीति की सराहना और दबंग छवि राष्ट्रीय ही नही बल्कि अंतराष्ट्रीय स्तर पर देखी जाती है.

बुधवार को यह तब और पुख्ता हो गया जब शहर के चकिया यानी अतीक अहमद के मुहल्ले में मय दलबल बुलडोजर भी गरजने लगा.देखते ही देखते संकरी गली में शूटर व माफिया के करीबी जफर के घर के सामने जब बुलडोजर खड़ा हुआ तो आसपास में अफरातफरी मच गई.लोगों की भीड़ इकट्ठी होती गई,आसपास की दुकानें बंद होने लगी सभी बाबा के बुलडोजर को देखने जमा होने लगे.लोगों का कहना था कि इस जगह किसी भी सरकार में कभी कोई पुलिस वाला तक भी नही फटकता था अब तो पूरी पुलिस फोर्स सहित बुलडोजर भी आ धमका है यह तो सिर्फ योगी राज में ही हो सकता है.पूरे सात घण्टे की चली तोड़फोड़ की कार्रवाई में माफिया अतीक अहमद की पत्नी का पनाहगार मिट्टी में दफन हो गया.लोगों ने ऐसी कार्रवाई की कभी उम्मीद भी नही किया था जो योगी राज में डंके की चोट पर हुई और क्रमशः जारी रहने की बाते हो रही हैं.

मकान ध्वस्तीकरण के पहले निकली जर्मनी की एअर राइफल-

बता दें कि चकिया स्थित माफिया अतीक के करीबी जफर का मकान तोड़ने की वजह अवैध निर्माण बताया जा रहा है.पीडीए का कहना है कि, उक्त मकान को लेकर 2009 में भी नोटिस जारी की गई थी और एक बार ही नही बल्कि तीन तीन बार नोटिस जारी करने के बाबजूद भी कोई उत्तर नही मिला था,अवैध निर्माण व माफिया की पत्नी का पनाहगार भी इसका कारण है.घर को तोड़ने के पहले घर के सारे सामान को बाहर निकाला गया जिसे अतीक के खंडहर में रखा जाने लगा.यह मकान अतीक अहमद के गिराए गए मकान से महज 100 मीटर की दूरी पर ही आलीशान रूप में बना था. ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के पहले मकान खाली करवाया गया तो असद के कमरे से जर्मनी निर्मित डायना 460 मैग्नम कंपनी की दो एअर राइफल और एक तलवार मिली.मकान से ही 5 और 10 के सिक्कों से भरी बोरी तथा कागजात,मंहगे परफ्यूम,मोबाइल,पोस्टर,फ़ोटो एलबम के साथ कई सामानों को जब्त किया गया.हालांकि पुलिस ने इसकी जांच करने की सुई तेज कर दी है तथा जितने भी जफर से जुड़े लोग हैं,तलाश करने में पुलिस टीम लगी हुई है.अब बुलडोजर चलने की कार्रवाई तेज होगी,बताया जा रहा है कि,अतीक अहमद के करीबी और उमेश पाल हत्याकांड में शामिल गुड्डू मुस्लिम और गुलाम के मकान पर भी बुलडोजर चलाने की तैयारी की जा रही है. हमला के समय दोनों शामिल थे जिसमें गुड्डू बम निकाल कर पटकते हुए सीसीटीवी फुटेज में देखा गया है तथा गुलाम इलेक्ट्रॉनिक दुकान में कुछ खरीदने के बहाने खड़ा था.जब शातिरों ने उमेश पाल व सरकारी गनर पर गोली मारना शुरू किया तो गुलाम ने भी दौड़ कर उमेश को गोली मारी थी.

अतीक अहमद व गुर्गों सहित 11 अरब की संपत्ति पर की गई चोट-

जब से यूपी में योगी की सरकार बनी है तब से माफियाओं के सर-पांव फूलने लगे हैं.अतीक अहमद जो कि माफिया सरगना कहा जाता है उस पर शासन-प्रशासन ने गाज गिराना शुरू कर दिया है.अतीक व उसके गुर्गों व रिश्तेदारों की अरबों की संपत्ति पर बाबा का बुलडोजर चल चुका है.जिसकी अनुमानित लागत 11 अरब आंकी गई है.यह कार्रवाई पुलिस,प्रशासन और प्रयागराज विकास प्राधिकरण की संयुक्त पहल पर हुई है.चकिया में ढाए गए अतीक के पुश्तैनी मकान की कीमत 40 करोड़ की रही,करबलामें 12 करोड़ का दफ्तर,अंदावा झूंसी में लगभग 30 करोड़ का बना कोल्ड स्टोरेज को ढहाया गया.इसी तरफ लूकरगंज में 85 करोड़ की कब्जायुक्त जमीन को मुक्त कराया गया तथा सिविल लाइंस,नबाब यूसुफ रोड की जमीन,सहित अतीक के भतीजे की शिवकुटी की संपत्ति,उसके गुर्गों और रिश्तेदारों सभी की मिलाकर 11 अरब से अधिक की संपत्ति कुर्क व जमीदोज कर माफिया अतीक अहमद की कमर तोड़ने में योगी सरकार कामयाब रही है.निरन्तर अभियान चलाया जा रहा है जिसमे बाबा का बुल्डोजर गरजते हुए आगे बढ़ रहा है.

अतीक अहमद अपनी जान की दुहाई ले सुप्रीम कोर्ट का किया रुख-

बता दें कि,उमेश पाल की हत्याकांड की साजिश में अपराधियों के लंबे हाथ प्रयागराज से लेते हुए गाजीपुर,व अहमदाबाद तक फैले हुए हैं जिस पर पुलिस ताबड़ तोड़ शिनाख्त करने में जुटी हुई है.प्रयागराज स्थित मुस्लिम हॉस्टल में साजिश रची गई थी जिसको इंटेलीजेंस ने कब्जे में लेकर अवैध छात्रों का रिकार्ड खंगाल कर जब्त किया.और इधर अतीक अहमद अपनी जान की खैर मनाने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाकर दुहाई मांगी है.अतीक अहमद इस वक्त गुजरात के अहमदाबाद जेल में बंद है,उसे आशंका है कि अहमदाबाद से प्रयागराज लाकर कहीं उसका गेम ओवर न कर दिया जाय.इस खौफ में अतीक ने अपनी जान की दुहाई मांगते हुए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाई है कि उसे अहमदाबाद सेंट्रल जेल से प्रयागराज न भेजा जाए क्योंकि उसे फर्जी मुठभेड़ में मारे जाने की आशंका है.प्रयागराज पुलिस का खौफ ही है कि उसने दलील दी है कि उसे अहमदाबाद जेल से पुलिस पूंछतांछ करने प्रयागराज या यूपी में कहीं भी ले जाने से रोका जाये और जो भी पूंछतांछ करनी हो वह अहमदाबाद जेल में ही की जाए.

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