अयोध्या भारत पुनर्निर्माण का संकेत है,हमारी वरासत,आदि संस्कृति व संस्कार की मर्यादा हैं भगवान राम.अखंड भारत के भव्य निर्माण का दीपोत्सव हुआ अयोध्या में,पीएम मोदी ने किया दीप प्रज्ज्वलन.
अयोध्या– वह भूमि जहां कोई युद्ध नही हुआ और वह भूमि जहाँ किसी निर्दोष की हत्या नही हुई और न ही कोई सजा. इसी भूमि को अयोध्या कहते हैं, जहाँ भगवान राम का जन्म हुआ. और विश्व को मर्यादा पुरूषोत्तम के रूप में प्रतिपालक का सृजन हुआ. यह पवित्र,पावनी सलिला सरयू के तट पर बसी हुई नगरी पूरे देश मे आस्था की पैड़ी है.यही इसी सरयू नदी तट पर राम की पैड़ी है जहाँ लगभग 16 लाख दीये जगमाये.दीपावली की पूर्व संध्या पर अयोध्या में दीपोत्सव मनाया गया जिसमें लाखों लोगों ने दर्शनार्थी बनकर उल्लासित व आनंदित हुए.
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो सनातनी परंपराओं के धर्म रक्षक के रूप में जाने जाते हैं,रामलला की ड्योढ़ी पर मौजूद रहे. अयोध्या के दीपोत्सव में लाखों दीयों के बीच भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री का 3 घण्टे तक बने रहना और एक एक बातों की जानकारी लेना महत्वपूर्ण रहा.आतिशबाजी,लेजर शो, सरयू आरती,रामलला मन्दिर निर्माण की बारीकियां,मठों व सन्तो से मिलना,भगवान राम की झांकी का दर्शन-पूजन आदि का अवलोकन काफी कुछ कह गया.
पीएम मोदी रविवार को अयोध्या के दीपोत्सव में लगभग 3 घण्टे मौजूद रहे.उन्होंने राम,माता जानकी,और लक्ष्मण के साथ ही पूरी अयोध्या का दर्शन किया,राम का राज्याभिषेक कर सरयू नदी की आरती का आनंद लिया.आतिशबाजी के नजारे को एकटक निहारते रहे.इस वक्त बगल में ही बैठे उत्तरप्रदेश के मुखिया महंत योगी आदित्यनाथ भी छटा देख आनन्दित हो रहे थे.
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में अयोध्या के दीपोत्सव को भारत का पुनरूत्थान व पुनरोद्धार बताते हुए कहा कि हमारी सदियों की सनातनी परंपरा दीयों की भांति जगमगाती रही है.इसलिए हर भारतीय दीया जलाना सीख ले.दीया पर कविता लिखने की बात बताते हुए मोदी ने कहा कि जब वे लड़कपन में थे तो दीया पर एक कविता लिखी थी,जिसे मंच से ही गुजराती भाषा मे दोहराया .उन्होंने कहा कि दीया, संकल्प का हो,दीया सकारात्मकता का हो,दीया भाईचारे स्नेह व खुशियों का हो तो हर भारतीय संस्कृति का संवाहक बन सकेगा.दीया से दीपावली की बात करते हुए कहा कि अब भारत मे आदि संस्कारों व सभ्यताओं के पुनर्निर्माण हो रहा है जिसकी शुरुवात हो चुकी है.कुछ और बेहतर व नई दिशा भारत की होगी जो भगवान राम के अयोध्या के इन दीयों से प्रेरणा मिल रही है.पीएम मोदी ने मंदिरों के जीर्णोद्वार की बात करते हुए कहा कि,अभी और काम बाकी हैं जल्द ही सभी कार्य पूरे होंगे.
राज्य के प्रथम नागरिक,राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक,केशव मौर्या सहित यूपी कैबिनेट उपस्थित रहा. योगी आदित्यनाथ ने संबोधन में सभी को दीवाली की शुभकामनाएं देते हुए भगवान राम की मर्यादा का राजतिलक होने की खुशी में दीपोत्सव के छठे वर्ष का मनोरम दृश्य का बखान करते हुए कहा कि,हमारी यह संस्कृति व परंपरा सनातनी है जो आदिकाल से हमे वरासत के रूप में मिली है.कुछ वर्षों पूर्व नकारात्मक शक्तियों ने मिटाने की कोशिश की लेकिन वे खुद मिट गए लेकिन हमारी गौरव व आस्था के प्रतीक मंदिरों की छवि हमारे दिलों से मिटाने में असफल रहे.आज प्रदेश के हर बड़े आस्थालय नए रूप में सुसज्जित हो रहे हैं,सभी हिन्दू भाइयों को गर्व की अनुभूति करने का समय है.यहां से यूपी का दर्शन व विकास देखा जा सकता है.उन्होंने भगवान राम के आदर्श को प्रतिमूर्ति मानते हुए राज्य में सुशासन और लोककल्याणकारी भावना के साथ कार्य किये जाने की बात कही.
अयोध्या भव्य व दिव्य रूप में सजाई गई थी.राम की पैड़ी में लाखों दीये जगमगाते रहे.विश्व रिकार्ड के साक्षी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद बने.सरयू नदी की आरती में शामिल होकर आतिशबाजी का लुत्फ़ उठाया साथ ही दीपसज्जा व लेजर लाइट का भी नयनाभिराम किया.लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे थे.हर मठ,मन्दिर,गली,घर ,घाट तथा सड़कें जगमगा रही थीं.