वीरांगना लक्ष्मीबाई वीरता व शौर्य की मिशाल हैं- अरुण वोरा
बुंदेलखंड मित्र मंडल लक्ष्मीबाई के जयंती बलिदान दिवस पर किया आयोजन
दुर्ग -“भारत मे जब भी नारी सशक्तिकरण की बात होती है तो महान वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की चर्चा जरूर होती है। रानी लक्ष्मीबाई महज एक महान नाम ही नहीं बल्कि वह एक आदर्श हैं उन सभी महिलाओं की जो खुद को बहादुर मानती हैं,और उनके लिए भी आदर्श हैं जो महिलाएं सोचती हैं कि वह महिला है इसलिए कुछ नही कर सकती।” यह बातें दुर्ग में आयोजित बलिदान दिवस कार्यक्रम में उपस्थित दुर्ग के विधायक अरुण वोरा ने कही।
रानी लक्ष्मीबाई के जयंती पर दुर्ग लक्ष्मीबाईचौक,केलाबाड़ी में बलिदान दिवस मनाया गया । उक्त कार्यक्रम में दुर्ग शहर के विधायक व राज्यमन्त्री अरुण वोरा बतौर मुख्यातिथि उपस्थित रहे। दुर्ग नगर निगम के महापौर धीरज बाकलीवाल, वार्ड पार्षद व निगम के स्वास्थ्य प्रभारी हामिद खोकर विशेषरूप से उपस्थित होकर वीरांगना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के शौर्य चित्र पर माल्यार्पण किया । यह कार्यक्रम बुन्देलखण्ड मित्र मंडल द्वारा रखा गया था।
रानीलक्ष्मीबाई के रूप में अलमास खातून ने दिया नारी सशक्तिकरण का शौर्य संदेश – बुंदेलखंड मित्र मंडल दुर्ग भिलाई द्वारा दुर्ग में आयोजित बलिदान दिवस में झांसी की रानी के वेशभूसा को धारण कर बालिका अलमास खातून ने लक्ष्मीबाई की वीरता को नमन करते हुए याद किया और कहा कि हमारे समाज व देश मे नारी सशक्तिकरण व वीरता की महामिशाल रहीं रानीलक्ष्मीबाई जी के शौर्य को दिखाना ,बताना व पढ़ाया जाना आवश्यक है। ताकि हम बच्चियों के जीवन मे कोई कमजोरी की भावना न पनपे बल्कि हम हमेशा मजबूती व वीरता से समाज के दुर्गुणों का सामना कर हर नकारात्मक शक्तियों का सामना कर उसको पराजित कर सकें।
दुर्ग शहर के प्रथम नागरिक धीरज बाकलीवाल ने वीरांगना के अप्रतिम शौर्य को किया याद – शहर के प्रथम नागरिक दुर्ग महापौर धीरज बाकलीबाल ने बतौर कार्यक्रम अध्यक्ष कहा कि हम सबने बचपन से ही रानी लक्ष्मीबाई व उनकी शौर्यता को पढ़ते आ रहे हैं। रानी लक्ष्मीबाई बीरता व शौर्य की मिसाल हैं। अपने उद्बोधन में महापौर ने कहा कि बुन्देलखण्ड की धरती में रची बसी रानी लक्ष्मीबाई वह पावन प्रतिमूर्ति हैं जो अपनी गौरवगाथा से संसार को प्रकाशित कर चली गईं। ये वो पावन शौर्य पुंज हैं जिनकी धमक से ब्रिटिश धरती तक हिल गई थी। भारत की आजादी की सशक्त क्रांति की ज्वाला में स्वाहा हुए तमाम नांमों में एक प्रमुख नाम लक्ष्मीबाई झांसी का था।
एमआईसी स्वास्थ्य प्रभारी हमीद खोखर ने भी लक्ष्मीबाई के अप्रतिम शौर्य की मूर्ति का माल्यर्पण कर उनके वीरता व बलिदान को याद करते हुए उपस्थित जनमानस के बीच सन्देश प्रसारित किया कि समाज में नकारात्मकता की कहीं जगह नही है। मान सम्मान व अपने देश व राज्य पर कोई मुसीबत या आपत्ति आये तो सबसे पहले आत्मशक्ति का आह्वान करते हुए अडिग होकर खड़े होना चाहिए क्योंकि सच्चावीर कभी आपत्तियों से नही घबराता है।प्रलोभन उसे कर्तव्य पालन से विमुख नही कर सकते । उसका लक्ष्य उदार व उच्च होता है एवं उसका चरित्र अनुकरणीय होता है,ये सब गुण वीरांगना झांसी की रानी में थे,जो हम सबके लिए आत्मगौरव की बात है,हम उनके बलिदान को नमन करते हैं। तथा बुन्देलखण्ड मित्र मंडल के इस आयोजन की सराहना करते हैं। इस बीच सेक्टर 10 के पार्षद अभय सोनी भी उपस्थित रहे।
मुख्यरूप से ये लोग रहे उपस्थित, किया सहयोग दुर्ग केलाबाड़ी के लक्ष्मीबाई चौक पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यरूप से बुंदेलखंड मित्र मंडल के अध्यक्ष जी आर चौबे,एल्डरमैन रत्ना नारमदेव, सचिव अरविंद पांडेय ,हीरेन्द्र शर्मा,शाकिर अली ,पी के तिवारी के साथ साथ राजेश शर्मा,प्रकाश सोनी,नरेंद्र कुमार, मनमोहन शर्मा,प्रकाशचन्द्र राय,राकेश चौकसे,राजेश तिवारी,जालम सिंह शर्मा,संजय शर्मा,नामदेव जी, दशरथ अहिरवार, गंगाराम चौबे,एस डी नायक,एच के शर्मा,आर के सोनी,एनी पीटर,तनाजमीर, इलमाखातून,संतोष यादव,अनिल पांडेय,सहित वार्डवासी व शहरवासी उपस्थित रहे।